साढ़े चार साल कुम्भकर्णी नींद सोते रहे ऊर्जा मंत्री – प्रदीप चौहान
देवभूमि न्यूज डेस्क
पावंटा साहिब
हिमाचल प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री व् पांवटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुखराम चौधरी साढ़े चार साल कुम्भकर्णी नींद सोते रहे। लेकिन मंत्री से नाराज चल रहे कार्यकर्ताओं के सम्मेलनों ने ऊर्जा मंत्री की रातों की नींद उड़ा दी है। ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी इस बार अपनी कुर्सी नहीं बचा पाएंगे , यहाँ तक की इस बार विधानसभा चुनाव में ऊर्जा मंत्री का टिकट भी कट सकता है।
यह बात कांग्रेस युवा नेता प्रदीप चौहान ने जारी एक प्रेस ब्यान में कही। प्रदीप चौहान ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही ऊर्जा मंत्री दिन को सो जाते है और रात के समय में उद्घाटन व् शिलान्यास करते है। साढ़े चार साल में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने विकास पर ध्यान ही नहीं दिया जिसके चलते पांवटा विधानसभा क्षेत्र विकास में पिछड़ा है।
प्रदीप चौहान ने कहा की सुखराम चौधरी पार्टी में अपना कुनबा नहीं संभाल पाए है, सेंकडो वरिष्ठ कार्यकर्त्ता सुखराम चौधरी की राजनीति से परेशान है और इस बार सुखराम चौधरी को बतौर प्रत्याशी भी नहीं देखना चाह रहे है। ऐसे में पांवटा साहिब में भाजपा का सूपड़ा साफ़ होना निश्चित है। उन्होंने कहा की यमुना शरद महोत्सव में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बतौर मुख्य अतिथि इसलिए बुलाया जा रहा है ताकि महोत्सव की भीड़ दिखा कर ऊर्जा मंत्री उनका ध्यान भटका सके जबकि इस समय पांवटा भाजपा में गुटबाज़ी अपने चरम पर है। ऐसे में अपनी छवि को बेदाग साबित करने के लिए ऊर्जा मंत्री जुगाड़ में लगे है। प्रदीप चौहान ने कहा की ऊर्जा मंत्री किसान विरोधी रहे है , उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह द्वारा प्रस्तावित टर्मिनल मंडी प्रोजेक्ट को आगे ही नहीं बढ़ने दिया। करोडो की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट से हज़ारों किसानो व् स्थानीय जनता को लाभ मिलना था लेकिन सुखराम चौधरी सिर्फ हैंडपंपों की राजनीति तक ही सीमित रहे , उनके कार्यकाल में बिजली कटों में पांवटा विधानसभा क्षेत्र नंबर 1 बना है जबकि विकास में पिछड़ गया है। इसका खामियाजा आगामी विधासभा चुनाव में पांवटा भाजपा को चुकाना पड़ेगा और भारी मतों से कांग्रेस प्रत्याशी की यहाँ से जीत होगी।