पांवटा साहिब की दिशा व दशा बदलने के लिए प्रयासरत और चिंतित श्री राजेन्द्र तिवारी जी

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पांवटा साहिब की दिशा व दशा बदलने के लिए प्रयासरत और चिंतित श्री राजेन्द्र तिवारी जी

देवभूमि न्यूज डेस्क
पावंटा साहिब/शिलाई

सिरमौर जिला की गुरु की नगरी और धार्मिक पर्यटक स्थल पांवटा साहिब के लिए अगर कोई समाजसेवी वर्षों से प्रयासरत और चिंतित हैं तो वह नाम है श्री राजेन्द्र तिवारी जी जिनका पूरा जीवन इतिहास से भरा पड़ा है वो एक महान शख्स जो ना जाने कितने वर्षों से निस्वार्थ भाव से समाज के हर क्षेत्र में अपनी अनूठी पहचान ओर अहम सेवाएं प्रदान कर रहे हैं जिनके पांवटा साहिब और अन्य क्षेत्रों में विभिन्न कार्य क्षेत्र अलग विषय पर आज भी संचालित हैं जो वर्तमान में प्रदेशस्तरीय हिमोत्कर्ष सामाजिक संस्था के संस्थापक है

इनको अनेकों पुरस्कार राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर मिल चुके हैं चाहे वह समाज सेवा के क्षेत्र हो या राष्ट्रीय स्तर पर माईनिग (खनन के क्षेत्र में हो या फिर पत्रकारिता के क्षेत्र में हो अनेकों पुरस्कारों से विभूषित समाजसेवी राजेंद्र तिवारी हर क्षेत्र में महारथ रखते हैं जिनके जीवन बारे में लिखने के लिए हमारे शब्द कम पड़ जाते हैं जो पांवटा साहिब की बैहतरी के लिए वह प्रशासन के साथ एक सेतु का काम करते आ रहे हैं अपने लम्बे अनुभव और दूरदर्शिता सोच के साथ अपनी अहम भूमिका हमेशा से आज तक निभाते जा रहें हैं उम्र के इस पड़ाव और स्वार्थ के इस कलयुग में भी राजेन्द्र तिवारी जी जैसे व्यक्तित्व और समाजसेवी आज भी विद्यमान है और हम सभी युवा आने वाले भविष्य के लिए ऐसे व्यक्तित्व और समाजसेवी का होना अपने आप एक बहुत बड़ा उदाहरण हैं राजेन्द्र तिवारी जी एक ऐसे व्यक्तित्व भी है जो किसी भी सरकार,प्रशासन में गुरु की नगरी ओर धार्मिक पर्यटन स्थल पांवटा साहिब की बैहतरी के लिए अपने निस्वार्थ भाव दूरदर्शिता योजना,सौम्यस्वभाव ओर दृढ़संकल्पिता के लिए जाने जाते हैं

जिन्होंने पांवटा में विभिन्न क्षेत्रों में प्रशासन के साथ मिलकर सुन्दर ओर बेहतरीन पार्कों को स्थापित करने में एक भूमिका निभाई ओर साथ ही साथ पर्यावरण को सुरक्षित करने में विभिन्न क्षेत्रों में वर्षों से पौधारोपण करके वन विभाग के सहयोग से ओर पांवटा में उनकी अगुवाई में चल रही क्लिन पांवटा ग्रीन पांवटा संस्था के साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने में हमेशा से प्रयासरत हैं तिवारी जी एक वरिष्ठ कवि ओर वरिष्ठ साहित्यकार भी है जो कई वर्षों से कवि सम्मेलन ओर साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी पहचान भी रखते हैं जिनके सुपुत्र श्री विवेक तिवारी जी मुम्बई में फिल्म निर्देशक की एक बड़ी भूमिका वर्तमान में निभा रहे हैं और साथ ही राजेन्द्र तिवारी जी की अर्धांगिनी भी एक वरिष्ठ कवियित्री ओर साहित्यकार है राजेन्द्र तिवारी जी पांवटा साहिब प्रेस क्लब के अध्यक्ष पद पर भी कई वर्षों से अपनी अनूठी सेवाएं प्रदान कर रहे है ओर पांवटा साहिब के जितने भी पत्रकार बंधु है उनकी राजेन्द्र तिवारी जी के प्रति एक बहुत ही उच्च मान सम्मान और आदर की भावना हमेशा हर मंच और हर कार्यक्रमों में देखने को मिलती है
ऐसे व्यक्तित्व के जीवन और इतिहास के बारे में एक छोटा सा प्रयत्न किया है आज जहां हम अपने आप अपने निजी जीवन ओर निजी स्वार्थ में दिन प्रतिदिन सीमित होते जा रहे चाहे वह हमारा,समाजिक क्षेत्र हो चाहे धार्मिक क्षेत्र हो या हमारा कार्यक्षेत्र हो आज के आधुनिक युग में कहीं ना कहीं हम अपने आप तक सीमित होते जा रहे हैं जहां पर किसी अन्य जरुरतमंद लोगों ओर समाज के लिए हमारे पास वक्त ही नहीं रह गया है आज के भागम भाग के इस जीवन में हम सभी को इस बात को समझना ओर चिन्तन करने की परम् आवश्यकता है कि हमारे क्षेत्र, समाज में ऐसे ऐसे व्यक्तित्व आज भी विद्यमान है जो हम सभी को मार्गदर्शिका की भूमिका निभाते हैं और अपने आप में सम्पन्न ओर सक्षम होने के वावजूद भी दिन रात पांवटा साहिब की बेहतरी के लिए हर क्षेत्र में अपनी अनूठी पहचान के लिए जाने जाते हैं
राजेन्द्र तिवारी जी के प्रति हर व्यक्ति और समाज में एक बहुत आदर भाव ओर अनूठा सम्मान भी हमेशा बना हुआ है
राजेन्द्र तिवारी जी का जीवन मेरे अनुमान अनुसार एक अध्धयन की तरह है जो हमेशा से कुछ ना कुछ नया पांवटा के बेहतरीन ओर नई नई तरकीब और भविष्य के लिए योजनाओं की एक बड़ी पुस्तक की तरह हमेशा से लालायित रहते हैं जिनके जीवन के बारे जितना ज्यादा लिखा जाए पढ़ा जाएं उतना शायद कम होगा आदरणीय राजेन्द्र तिवारी जी ने हमेशा राजनितिक से ऊपर उठकर पांवटा साहिब के विकास और बेहतरी के लिए हर राजनीतिक दलों के साथ बहुत ही कुशल ओर निस्वार्थ भाव से अपनी अनूठी पहचान ओर महारथ हासिल की है हम सभी युवा इस बात को सुनिश्चित ओर अपने जीवन में कुछ ना कुछ अमल करने और समाज के प्रति अपने कार्यक्षेत्र के अलावा भी एक छोटी सी भूमिका की आहुति देने का प्रयास होना चाहिए अन्यथा हम दिन प्रतिदिन अपने निजी स्वार्थ और अपने आप तक ही सीमित होते जाएंगे हमें समाज,क्षेत्र, प्रदेश ओर देश से कोई सरोकार भी नहीं रहेगा, आदरणीय राजेन्द्र तिवारी जी आप स्वस्थ रहें दिर्घायु रहें और हम सभी को अपना मार्गदर्शक,आशिर्वाद
और सानिध्य हमेशा मिलता रहे।

लेखक-हेमराज राणा