देवभूमि न्यूज 24.इन
एरण्ड पाक 10 ग्राम, सुबह-शाम गरम दूध या जल के साथ लेने से कटिशूल ( कमर दर्द ) के साथ, समस्त वात संबंधी रोग नष्ट हो जाते है ।
👉 एरण्ड के बीज 5 ग्राम को, 200 ग्राम दूध में उबालकर, सुबह-शाम सेवन करने से, कटिवात व कटिशूल में , आशानुसार लाभ होता है ।
👉 योगराज गुग्गुल 2 गोली, त्रयोदशांग गुग्गुल 2 गोली , सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लेने से, कमर दर्द में , तुरंत लाभ होता है ।
👉 सुरंजन सीरी, असगंध, सौंठ को समान भाग लेकर चूर्ण बना लें। 3 – 3 ग्राम, सुबह-शाम, गर्म जल से, सेवन करने से, कमर दर्द शांत होता है ।
👉 विधारा चूर्ण 6 ग्राम, गुनगुने दूध के साथ देनें से, कमर दर्द में लाभ होता है ।
👉 कैशोर गुग्गुल 2 गोली, गोक्षुरादि गुग्गुल 2 गोली सुबह-शाम, गुनगुने जल से, लेने से , कमर दर्द में , लाभ होता है ।
नारायण तैल, महाविषगर्भ तैल या पंचगुण तैल में से, किसी एक तैल की कमर में मालिस करने से, कमर दर्द ठीक होता है ।
विशेष :👉 जिस स्त्री को, श्वेत या रक्त प्रदर के कारण, कमर दर्द में दर्द होता है तो, उसकी श्वेत प्रदर नाशक या रक्त प्रदर नाशक चिकित्सा के साथ, वात के प्रभाव को नष्ट करने वाली चिकित्सा से या तेल मालिस आदि करने से, लाभ होता है ।
✍️ज्यो:शैलेन्द्र सिंगला पलवल हरियाणा mo no/WhatsApp no9992776726
नारायण सेवा ज्योतिष संस्थान