कांग्रेस ने तीन साल में हिमाचल को कर्ज और महंगाई में डुबो दिया, वापसी कठिन: डॉ. राजीव बिंदल

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देवभूमि न्यूज 24.इन


भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश को मात्र तीन वर्षों में ऐसे हालात में पहुंचा दिया गया है, जहां से उबरना बेहद कठिन नजर आ रहा है।
डॉ. बिंदल ने कहा कि प्रदेश में विकास पूरी तरह ठप है, जबकि आम जनता पर कर्ज, टैक्स और महंगाई का लगातार बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने तीन वर्षों में लगभग 45,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। कर्ज की सीमा समाप्त होने के बावजूद सीमा बढ़ाकर फिर से कर्ज लेना सरकार की आर्थिक विफलता और दिवालियापन की मानसिकता को दर्शाता है। इसके बावजूद न तो नए विकास कार्य शुरू हो रहे हैं और न ही अधूरे कार्य पूरे किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के किराए कई गुना बढ़ा दिए गए हैं, सैकड़ों बस रूट पहले ही बंद हो चुके हैं और अब लगभग 500 और रूट बंद करने की तैयारी है। महिलाओं को दी जाने वाली यात्रा राहत समाप्त कर दी गई है, जिससे ग्रामीण और गरीब वर्ग को निजी साधनों पर निर्भर होना पड़ रहा है और उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
डॉ. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने बिजली, पानी, सीमेंट और रोजमर्रा की वस्तुओं के दामों में भारी बढ़ोतरी कर दी है। 300 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा छलावा साबित हुआ है और बिजली दरों में 46 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई। पहले जिन घरों में शून्य बिजली बिल आता था, आज वहां हजारों रुपये के बिल थमाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत और हिमकेयर जैसी योजनाओं को लगभग बंद कर दिया गया है। अस्पतालों में दवाइयों की कमी है, डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ का अभाव है और मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं। यह सरकार के पूर्ण व्यवस्था पतन का प्रमाण है।
डॉ. बिंदल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को सड़क, पेयजल, फोरलेन, टनल, रेलवे, आवास, मुफ्त राशन और आपदा राहत के रूप में लगभग 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता दी है। इसके बावजूद आपदा प्रभावित परिवार आज भी बेघर हैं। उन्होंने राहत वितरण में भाई-भतीजावाद और बंदरबांट के आरोप लगाए।
हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी 601 करोड़ रुपये की सहायता के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का आभार व्यक्त किया और मांग की कि यह राशि तुरंत जमीनी स्तर तक पहुंचाई जाए।
कांग्रेस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में आंदोलन की घोषणा पर पलटवार करते हुए डॉ. बिंदल ने कहा कि केंद्र सरकार ने ग्रामीण रोजगार के लिए मनरेगा से कहीं बेहतर नई योजना शुरू की है, जिसमें 125 दिन का अनिवार्य रोजगार सुनिश्चित किया गया है। इसे केवल नाम बदलने का आरोप लगाना कांग्रेस की झूठी राजनीति को दर्शाता है।
उन्होंने कांग्रेस पर राम और सनातन विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘जी राम जी’ योजना के नाम से ही कांग्रेस बौखला गई है, क्योंकि वह दशकों से राम और सनातन संस्कृति का विरोध करती आई है।
डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश में महंगाई, बेरोजगारी, अव्यवस्था और अराजकता का माहौल है और इसके लिए पूरी तरह कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है।