उत्तराखण्ड में बारातियों की बस दुर्घटनाग्रस्त:32 की मौत
देवभूमि न्यूज डेस्क
पौड़ी/देहरादून।
उत्तराखण्ड के पौड़ी जिले के बीरोखाल के पास ग्राम सिमड़ी बैंड के पास बारातियों से भरी बस खाई में गिरने से हुए जिस हादसे में 32 घरों को कभी न भूल सकने वाला दर्दनाक हादसा दिया, घुमाकोट क्षेत्र के अंतर्गत टिमरी गावँ के पास यह हादसा हुआ बारात की बस वह बस से आगे जा रही दूल्हे की कार को ओवरटेक कर उससे आगे निकलने की वजह से हुआ था।
कार चालक के देखते ही देखते बस में सवार बारातियों की खुशियां चीख-पुकार में बदल चुकी थीं। जैसा की पहले ही बताया जा चुका है कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के कोटद्वार क्षेत्र में बीरोखाल के पास यह हादसा मंगलवार 4 अक्टूबर की शाम सात बजे उस समय हुआ जब हरिद्वार के लालढांग से यह बस करीब बारातियों को लेकर बीरोखाल के निकट के गांव काड़ा तल्ला जा रहीं थी। चालक सहित इस बस में 46 यात्री सवार थे। बारातियों से भरी यह बस बीच गांव पहुंचने से पहले ही रास्ते में ही बीरोखाल के सीमडी बैंड के पास अनियंत्रित होकर खाई में गिरते हुए 350 मीटर गहरी खाई में लुढ़क कर पूर्वी नयार नदी में समा गई थी।
मौके पर पहुंचे मुख्यमंत्री को झेलना पड़ा तीखा विरोध हादसे की खबर मिलते ही पौड़ी जिले के कई स्थानों ने राहत बचाव के लिए सरकारी अमले ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से खाई में घायलों और मृतकों के शवों को तलाशने का काम शुरू किया। मौके पर गहरा अंधेरा होने के चलते बचाव दल ने रेस्क्यू में तमाम परेशानी के बाद भी देर रात तक ऑपरेशन चलाकर 32 शव बरामद किए, जबकि दर्जनों घायलों को खाई से निकालकर सड़क पर पहुंचाया। जहां से उन्हें अस्पताल भेजा गया था। बस में सवार लालढांग निवासी पंकज के मुताबिक मंगलवार दोपहर 12 बजे बस लालढांग से कंडा मल्ला की ओर रवाना हुई यह बस शाम करीब सात बजे खाई में जा गिरी। देर रात तक चला रेस्क्यू, तड़के दोबारा शुरू बीरोंखाल के सिमड़ी गांव में हुए बारातियों की बस दुर्घटना के बाद राहत और बचाव दल एक बार फिर तड़के रेस्क्यू कार्य में जुट गईं हैं।
डीएम विजय कुमार जोगदंडे और एसएसपी यशवंत सिंह चौहान बीती रात ही घटनास्थल पर पहुंच चुके थे। डीएम के निर्देशों के बाद आपदा प्रबंधन के तहत आईआरएस से जुड़े सभी अधिकारियों को मौके पर तैनात कर दिया गया है। जिसमें स्वास्थ्य, पेयजल, खाद्य आपूर्ति, पुलिस, सूचना आदि विभागों को घटनास्थल पर ही जरूरी व्यवस्थाएं करने हेतु तैनात किया गया है। वहीं देर रात तक चले रेस्कयू के बाद तडक़े बचाव दल एक बार फिर रेस्कयू कार्य मे जुट गए हैं। इस दुर्घटना में 32 लोगों की मौत हो चुकी है।
डीजीपी अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि की हैं