देवभूमि न्यूज डेस्क
हिमाचल प्रदेश
शिमला
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया एसएफआई संजौली इकाई द्वारा विभिन्न छात्र मुद्दों को लेकर संजौली महाविद्यालय मे धरना प्रदर्शन किया गया ।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कैंपस सचिव अंशुल ने कहा की हिमाचल प्रदेश में 2013 में जब इआरपी प्रणाली को लागू किया। जिसके पीछे प्रशासन और सरकार द्वारा आश्वासन दिया गया कि इसके द्वारा छात्रों के परीक्षा परिणाम शीघ्र अति शीघ्र घोषित किए जाएंगे और परीक्षा परिणामों में पारदर्शिता लाई जाएंगी। लेकिन इआरपी सिस्टम के कारण परिणाम इसके विपरीत हुआ। आज छात्र मानसिक तौर पर प्रताड़ित हो रहा है क्योंकि उसके परीक्षा परिणाम लगभग 6 महीने बाद घोषित किए जा रहे हैं । उसमें भी किसी भी प्रकार की पारदर्शिता नहीं पाई जाती है।री-इवेलुवेशन और रिचेकिंग के नाम पर छात्रों से बार-बार फीस वसूल की जा रही है। बहुत से छात्रों का वार्षिक परिणाम इआरपी सिस्टम के कारण घोषित नहीं किया जाता परिणाम स्वरुप उसे विश्वविद्यालय में दर-बदर की ठोकरे खाने के लिए मजबूर किया जाता है।
जिसके कारण छात्रों को एक उपभोक्ता की तरह इस्तेमाल में लाया जा रहा है और शिक्षा का लगातार बाजारीकरण किया जा रहा है।
जिसकी एस एफ आई कडे़ शब्दों में निंदा करती है। इसीलिए एस एफ आई प्रदेश सरकार व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन से यह आग्रह करती है की इआरपी सिस्टम को जल्द से जल्द सुदृढ़ किया जाए या इसे रद्द किया जाए ताकि किसी भी छात्र के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना हो ।
धरना प्रदर्शन को आगे बढ़ाते हुए कैंपस सह – सचिव कॉमरेड रितिक ने महाविद्यालय मे छात्र मुद्दों की बात रखी । रितिक ने कहा की एसएफआई पिछले लंबे समय से छात्राओं के छात्रावास की मांग कर रही है और, पिछली सरकार मे शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज द्वारा महाविद्यालय मे छात्रावास का शिलान्यास किया जाता है परंतु फिर भी तीन वर्ष के अंतराल पश्चात भी छात्रावास का काम शुरू नही हो पाया है, जो खुदमे निंदनीय है ।
इसके अलावा एसएफआई महाविद्यालय मे खुले नान सब्सिडाइज कैंपस कैफे का शुरू से ही विरोध कर रही है , क्योंकि किसी शिक्षण संस्थान मे इस तरीके के कैफे का होना जो कि छात्रों के हितैषी न होकर मुनाफा कमाने के लिए खोला गया हो , इस तरीके का कैफे जो छात्रों के बीच अमीर गरीब की भावना को जन्म देता हो , एसएफआई इसकी कड़ी निन्दा करती है। और मांग करती है की इस कैफे की रेट लिस्ट को सरकारी आधार पर रखा जाए । और प्रशासन द्वारा जो कॉलेज मे बॉयज हॉस्टल की फीस बढ़ाई गई है उससे जल्द से जल्द कम किया जाए।
एसएफआई मांग करती है कि इन मांगो को जल्द से जल्द पूरा किया जाए अन्यथा एसएफआई आने वाले समय मे पूरे हिमाचल के छात्रों को लामबद करते हुए एक उग्र आंदोलन करेगी जिसका जिम्मेदार कॉलेज प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन होगा ।