देवभूमि न्यूज डेस्क
हिमाचल प्रदेश-सिरमौर
पावंटा साहिब
जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में १ सितंबर को अचानक सैनिक कल्याण विभाग द्वारा सैनिक आरामघर पर अचानक ताला लगाने का मामला सामने आया है। इसका विरोध और नियमानुसार त्वरित समाधान हेतु भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब और शिलाई क्षेत्र का एक दल आज नाहन में जिला उपायुक्त सुमित खिमटा से मिला। और केवल रात्रि ठहराव के मकसद से बने आधे सैनिक आरामघर का विभाग द्वारा अचानक बिना किसी कारण और आश्रितों को सूचित के बिना तालाबंदी करने का विरोध जताया।
सनंद रहे कि इस क्षेत्र से विभिन्न युद्ध एवं विपरीत परिस्थितियों में दर्जनों जवानों ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है
और राष्ट्र को अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर शहीद की वीरांगनाओं, देश की सीमाओं को सुरक्षित करने के लिये दुर्गम क्षेत्रों तथा विकट परिस्थितियों में सेवा देने वाले पूर्व सैनिकों एवं सैनिकों को देश के विभिन्न हिस्सों में ड्युटी आने-जाने के समय हर समय ठहरने की सुविधा तथा कल्याण के धैय से सैनिक आरामघर पूरे देश में विभिन्न स्थानों पर बने है।जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के सैनिक आरामघर में दूर दराज के हरिपूरधार तथा रोनहाट क्षेत्र के लगभग २०० किलोमीटर के क्षेत्र सैनिक यहां अपना रात्रि ठहराव और आगामी ट्रेन व बस सुविधा के हिसाब से ठहराव करते है। लेकिन अचानक केवल ठहरने के कमरे को तालाबंद करने से इन सभी को शहर में इधर उधर भटकना पड़ रहा है। जिससे उनके समय और धन दोनों के हानि हो रही है। और सरकारी योजनाओं और सुविधाओं सेदेश के सैनिकों को महरूम रखा जा रहा है
विशेष बात यह है कि इस आरामघर (केवल रात्री ठेहराव वाले कमरे) को १ सितंबर को बिना किसी सूचना/ नोटिस और अकारण ताला बंद कर दिया गया है। हमारे संगठन तथा आसपास के दूर दराज के सैनिकों भूतपूर्व सैनिकों को इस संदर्भ में ना तो कोई सूचना मिली है और ना ही इस बाबत वहां पर कोई नोटिस चिपकाए गया है। जोकि दुखद और पीड़ादायक तथा आहत भारा है। इससे आश्रितों को अत्यंत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भूतपूर्व सैनिक संगठन, सैनिकों, पूर्व सैनिकों तथा आश्रितों की ने संबंधित विभाग से विनम्र अपील कि सैनिक आरामघर को अतिशीघ्र खोला जाए और यथावत पूर्व तय मानकों के अनुसार देशभर के अन्य सैनिक आरामघरों की तरह उसी रूप से चलाया जाए। ताकि क्षेत्र के सैनिकों तथा आश्रितों का दर दर ना भटकना पड़े और सरकार के द्वारा स्थापित इस सैनिक आरामघर का फायदा यथावत मिलता रहे।
इस मौके पर भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब और शिलाई क्षैत्र के अध्यक्ष करनैल सिंह, कोषाध्यक्ष तरुण गुरुगं, मामराज ठाकुर, सुरेंद्र शर्मा रहे मौजूद।