पितृपक्ष 2024: पितृ पक्ष में इन चीजों का दान चढ़ाएगा सफलता की सीढ़ी, हर कष्ट दूर करेंगे पूर्वज

Share this post

*देवभूमि न्यूज 24.इन*

⭕हिंदू मान्यताओं के अनुसार पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए कुछ वस्तुओं का दान करना चाहिए. इससे पूर्वज प्रसन्न तो रहते ही हैं साथ ही उनका आशीर्वाद बना रहता है.

भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से पितृपक्ष यानी कि 17 सितंबर से शुरू होने वाले हैं. इस दौरान परिजन अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं, जिससे कि उनका आशीर्वाद वंशजों पर बना रहे. पितृपक्ष के दौरान श्राद्ध करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और वे प्रसन्न होकर परिवारजनों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. वहीं, इस माह में दान पुण्य करने से भी दोगुना फल मिलता है. कुंडली में पितृदोष को दूर करने के लिए किए गए उपाय हर परेशानी दूर करते हैं. जानें वस्तुओं का दान कितना शुभ माना गया है.

🔔पितृपक्ष में करें इन चीजों का दान
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
⚜️१. गौ दान
卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐
हिंदू मान्यताओं के अनुसार पितृपक्ष के दौरान गौ दान करना शुभ माना जाता है. गौ दान करने से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. दरआल गौ दान करने से पितृ को श्रीहरी के चरणों में स्थान मिलता है, सही वजह है कि इससे पितृ प्रसन्न रहते हैं.

⚜️२. गाय का घी
卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐
पितृपक्ष के दौरान गाय का घी दान करना शुभ माना गया है. इससे घर में सुख और शांति बनी रहती है. इतना ही नहीं जिनकी कुंडली में पितृदोष है तो उन्हें गाय का घी दान करने से लाभ मिलता है.

⚜️३. गुड़ का दान
卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐
पितृपक्ष के दौरान गुड़ का दान भी करना चाहिए. ऐसा करने से पारिवारिक जीवन सुखमय बना रहता है. गुड़ के दान से पूवर्ज प्रसन्न रहते हैं साथ ही उनका आशीर्वाद बना रहता है.

⚜️४. चावल और तिल का दान
卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐
पितृ दोष की समाप्ति के लिए पितृपक्ष के दौरान चावल, तिल और गेहूं का दान जरूर करें. इससे पितृदोष दूर करने में मदद तो मिलती ही है साथ ही पूर्वजों का भी आशीर्वाद बना रहता है.

⚜️५. स्वर्ण दान
卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐
हिंदू धर्म मान्यता है कि भाद्रपद के दौरान पितृपक्ष में स्वर्ण दान जरूर करना चाहिए. शास्त्रों में भी लिखा गया है कि स्वेच्छा अनुसार जितना बन सके उतना स्वर्ण दान करना चाहिए. इससे परिवार के सदस्यों की समस्या दूर तो होती ही है साथ ही परिजनों में खुशियां बनी रहती है.

               *🚩#हरिऊँ🚩*