देवभूमि न्यूज डेस्क
हिमाचल प्रदेश
शिमला
गुरुवार को लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ओर से मामले पर सोशल मीडिया में दिए गए बयान पर पलटवार किया। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मोहब्बत है। यहां किसी के लिए नफरत नहीं है। समाज के हर वर्ग को आगे ले जाना हमारा दायित्व है। उनकी सुरक्षा करना हमारा दायित्व है और सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली इलाके में अवैध निर्माण का जो मामला है, उसमें सरकार ने संज्ञान लिया है। कल इस सबंध में विधानसभा में भी वक्तव्य दिया है, जिसमें स्पष्ट तरीके से कहा गया कि सरकार किसी भी तरीके के अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं करेगा।
यह मामला एमसी कोर्ट में लंबित है और काफी समय से इसकी सुनवाई चल रही है। कोर्ट के फैसले अनुसार सरकार की ओर से इसमें कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक देवभूमि है। हिमाचल प्रदेश पहला राज्य है, जहां पर पूर्व कांग्रेस सरकार ने धर्मांतरण का कानून लागू किया।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि शिमला शहर के लोगों की चिंता है कि प्रदेश में बाहरी राज्यों से कुछ लोग आ रहे हैं। यह लोग यहां पर झूठी पहचान के साथ काम कर रहते हैं।
इसे कानून व्यवस्था की दृष्टि से देखे जाने की जरूरत है।
पहला अधिकार रोजगार का हिमाचल के लोगों का बनता है। बाहर के लोगों का भी स्वागत है। उन्होंने कहा कि कहा कि कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। सबको साथ लेकर आगे चलना व सबके हित साधना सरकार का दायित्व है।