देवभूमि न्यूज 24.इन
भारत के अग्र पूज्य देव का राष्ट्रीय श्री गणेशोत्सव एक नया शुभ संदेश लाया है।
07 से 17 सितम्बर 2024 तक गाणपात्य भक्तों का हर्षोल्लास बढ़ाने पुनः आया है।।
महाराष्ट्र की सीमायें लांघकर हिमाचल-गणेशोत्सव ने समृद्ध पहाड़ी धर्म-संस्कृति का गौरव चमकाया है।
लोकमान्य बालगंगाधर तिलक जी का 131 वां सार्वजनिक-गणेशोत्सव ,35 वां श्री मांडव्य नगर व अम्बिकानगर-अम्ब गणपति-उत्सव शुभ संदेश भी लाया है।।
राष्ट्रीय गणेशोत्सव ने गणादेश में धार्मिक-सांस्कृतिक,एकात्मकता का भाव जगाया है।
श्री आदि गणेश ने भारतीयता,राष्ट्रीय एकात्मकता श्रद्धा-सद्भाव गूंजारित करवाया है।।
विशुद्ध सनातन संस्कृति से आयोजित विशुद्ध मिट्टी से निर्मित गणेश प्रतिमाओं ने ही नदियों-महा-नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने का संकल्प दोहराया है।
सार्वजनिक राष्ट्रीय गणेशोत्सव ने पर्यावरण संरक्षण का देश -व्यापी सुरक्षात्मक प्रबंधन सुनिश्चित करवाया है।।
संग्राम विजेता ने डेढ़ अरब भारतीयों को सर्वांगीण समरसता- उल्लासित भाव जगाया है।
विश्व गुरु स्वर्णिम शिरोमणि बनेगा भारत, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी के राष्ट्रीय गणेशोत्सव का हर्षोल्लास छाया है।।
भारत के घर-घर,मंदिर-मंदिर,गांव-गांव, शहर-शहर ने इस बार हर्षोल्लास से “श्री गणेशोत्सव ” मनाने का प्रबन्ध सर्वत्र प्रचारित करवाया है।
विश्व बंधुत्व,प्रेम शांति,भाईचारा,मेल-मिलाप, धार्मिक-सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रेम-
उल्लास ब्रह्मांड में गहराया है।।
भारत का राष्ट्रीय सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव 2024 पौराणिक स्वर्णिम भारत का जनप्रिय वैभव जगाने आया है।
हिमाचल का 35 वां “श्री मांडव्य नगर गणेशोत्सव” छोटी काशी जिला मंडी ,17 वें अम्बिकानगर-अम्ब गणेशोत्सव,श्री छोटा हरिद्वार जिला ऊना व तीसरे “श्री तुंगल नगर गणेशोत्सव” ने भी हरित क्रान्ति लाने का गगनचुंबी नारा गूंजारित करवानेआया है।।
देवी-देवताओं की धर्म-संस्कृति ने परम्परागत ढोल-नगाड़ों की थाप पर हजारों देवलुओं ने सार्वजनिक गणेशोत्सव आयोजित करवाया है।
प्रथम पूज्य गणेश का ऐतिहसिक सर्वप्रथम आयोजित श्री मांडव्य नगर गणेशोत्सव ने धर्म-संस्कृति-पर्यटन का बहुमुखी संचार सुखद बनाया है।।
सार्वजनिक राष्ट्रीय गणेशोत्सव सर्वजनहिताय,अलौकिक चमत्कारी-कल्याणकारी”,सुख समृद्धि सफल सिद्ध बनायें।
आओ!भारतवासी बचनबद्धता से हर सम्भव महिलाओं को देश-व्यापी अत्याचारों से अवश्य निजात दिलवायें।।
हम प्रथम पूज्य श्री गणेश जी का पावन जन्मोत्सव, साकारात्मक दृष्टिकोण से राष्ट्रीय जागरण की अलख जगायें।
एक बार पुनः सहकारिता भावनाओं से ओतप्रोत होकर, पीड़ित मानवता का बहुविधि सतत् पूर्ण रुपेण उद्धार करवायें।।
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