*न्यू मॉम्स बच्चे के जन्म के बाद क्या ले डाइट- डॉ अर्चिता महाजन*

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*न्यू मॉम्स बच्चे के जन्म के बाद क्या ले डाइट- डॉ अर्चिता महाजन*

देवभूमि न्यूज डेस्क
चंबा

इसमें कोई दो राय नहीं है कि गर्भावस्था के बाद का समय बच्चे को स्तनपान कराने का होता है, तो ऐसे में ऐसी डाइट लेनी चाहिए, जो शिशु को किसी तरह की हानि न पहुंचाए और नई मां को भी पूरा पोषण मिले।

अधिकांश माताएं और घर की औरतें सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद कई प्रकार के आहार प्रतिबंधों की सलाह देती हैं। सिजेरियन के बाद वे दूध, घी, चावल, आदि से परहेज करने को कहती हैं। उनके अनुसार यह सर्जरी से उबरने में बाधा डाल सकता है। चिंता न करें लेडीज, यह सिर्फ एक मिथ है! आप सिजेरियन के एक या दो दिन बाद अपने सामान्य आहार को फिर से शुरू कर सकती हैं।
सबसे बेहतर तरीका है घी में बने मेथी, गोंद या मेवा के लड्डू खाना।
अपने सुबह के ब्रेकफास्ट बाउल में, फ्रूट सलाद या मिल्कशेक में एक चम्मच घी मिलाएं।
आप इसे सीधे भी खा सकते हैं लेकिन इसे एक या दो चम्मच तक सीमित रखें।
अपनी कॉफी या चाय में क्रीम की जगह एक चम्मच घी मिला सकती हैं।
सब्जी में स्वाद के लिए मक्खन की जगह घी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
फ्रूट सलाद में शहद के साथ घी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
अपनी रोटियों को रूखी सूखी रखने के बजाय उनमें घी लगाएं। इसके अलावा रिफाइंड ऑयल की जगह आप घी में पराठे बना सकती हैं।
तो लेडीज, सिजेरियन डिलीवरी के बाद पूरी तरह से ठीक होने में लगभग चार से पांच सप्ताह लगते हैं। अपने रिकवरी में तेजी लाने के लिए आपको अपनी डाइट का सख्त ख्याल रखना होगा। यह महत्वपूर्ण है कि आप संतुलित भोजन करें जिसमें प्रोटीन, स्वस्थ वसा, कार्बोहाइड्रेट, सब्जियां और फल शामिल हो। इसके अलावा आपको दिनभर हाइड्रेटेड रहना भी जरूरी है।डिलीवरी के बाद महिलाओं को लहसुन, हरी पत्तेदार सब्जियां, दलिया जरूर खाना चाहिए। इससे भी ब्रेस्‍ट मिल्‍क ज्‍यादा बनने में सहायता मिलती है।
आप दिन में एक बार हरी पत्तेदार सब्‍जी और एक बार दलिया खाएं। इसके अलावा गाजर, ब्राउन राइस, तिल और तुलसी भी लें और हल्‍का भोजन करें। गरिष्‍ठ भोजन करने से बचें और दूध, दही और सब्जियां सही मात्रा में लें।अपने खाने में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स और हेल्‍दी फैट्स का सही मात्रा में होना बहुत जरूरी है।
खाने में कार्बोहाइड्रेट 50 पर्सेंट, प्रोटीन और हेल्‍दी फैट्स 20 से 30 पर्सेंट की मात्रा में होने चाहिए

सौजन्य से
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डायटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पदम श्री राष्ट्रीय पुरस्कार एवं नॉमिनेटेड फॉर नेशनल यूथ अवार्ड राष्ट्रीय पुरस्कार 946381 9002