ट्रांसजेंडर बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के लिए सरकार कर रही है बड़ा बदलाव

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ट्रांसजेंडर बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के लिए सरकार कर रही है बड़ा बदलाव

देवभूमि न्यूज डेस्क
नई दिल्ली

भारतवर्ष में अब स्कूलों में ट्रांसजेंडर बच्चों को भी उनके अनुकूल माहौल बनाकर शिक्षा देने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है अब ट्रांसजेंडर बच्चे भी बिना किसी भेदभाव के विद्यालय में शिक्षा पा सकेंगे बताते चलें कि स्कूलों में ट्रांसजेंडर बच्चों के अनुकूल माहौल बनाने और उन्हें विद्यालय शिक्षा से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार जल्द ही देश भर में एक नया अभियान शुरू करने की तैयारी कर रही है।

ट्रांसजेंडर बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के लिए बड़ा बदलाव।
पहले चरण में स्कूलों के प्रिंसिपल से लेकर शिक्षक और दूसरे कर्मचारियों का ट्रांसजेंडर बच्चों को अनुकूल व्यवहार करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा इसके साथ ही उन्हें एक ही कक्षा में दूसरे बच्चों के साथ बढ़ाने के टिप्स भी दिए जाएंगे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को सिफारिश और शिक्षा मंत्रालय ने निर्देश दिया है जिसके बाद एनसीईआरटी ने इस संबंध में स्कूलों के लिए ड्राफ्ट जारी कर राय मांगी है इसके बाद इसे अंतिम रूप प्रदान कर दिया जाएगा इसके तहत सरकारी और स्कूलों में अलग-अलग स्तरों पर सभी के लिए एक निर्धारित अवधि का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेगा

प्रशिक्षण कार्यक्रम से किया जाएगा शिक्षकों को तैयार

ट्रांसजेंडर से जुड़े विषयों को लेकर शिक्षकों एवं प्रिंसिपल को ट्रेनिंग दी जाएगी इसी के साथ अभिभावकों को भी जोड़ा जाएगा एक रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा समय में देश में ट्रांसजेंडर की संख्या लगभग 50,0000 है इनमें से लगभग एक लाख 12 से 16 साल की उम्र के बीच है जो स्कूलों से जुड़कर पढ़ाई कर सकते हैं लेकिन इनमें से सिर्फ गिनती के ही ट्रांसलेटर बच्चों को शिक्षा मिल पा रही है वर्ष 2022 के सीबीएसई के दसवीं के रिजल्ट के अनुसार इस परीक्षा में कुल 18 .7200000 छात्रों ने हिस्सा लिया था लेकिन इनमें ट्रांसजेंडर सिर्फ 11 ही थे।