बॉर्नविटा हॉरलिक्स के स्थान पर अपने बच्चों को दे दूध के साथ चना और गुड़- डॉ अर्चिता महाजन

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अगर बच्चा कमजोरी थकावट कम वजन कमजोर मांसपेशियों खून की कमी पाचन की शिकायत है तो जरूर आजमाएं

देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश
चंम्बा

डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन और चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि आजकल बहुत सारे पेरेंट्स की शिकायत होती है कि आप बॉर्नविटा हॉरलिक्स को लेने से मना करते हैं तो फिर हम बच्चों को दूध के साथ क्या दें जिनमें उनका पोषण कंप्लीट हो। मैं आ जाऊं सभी पेरेंट्स को बताऊंगी कि आप अपने बच्चों को सुबह खाली पेट दूध के साथ गुड़ चना जरूर दें।

और चने में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, ज़िंक, और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये सभी तत्व इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं और शरीर को फ़्री रेडिकल्स से बचाते हैं.खूप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है: गुड़ और चने में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, ज़िंक, और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. यह खून की कमी दूर होती है: गुड़ में आयरन और चने में प्रोटीन होता है. इन दोनों को साथ खाने से शरीर में खून की कमी दूर होती है और मांसपेशियां मज़बूत होती हैं. पाचन में सुधार होता है: गुड़ की तासीर गर्म होती है, जो पाचन की रफ़्तार को बढ़ाती है. दिल की सेहत होती है

बेहतर: गुड़ और चने में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है, जिससे दिल की सेहत दुरुस्त रहती है और हार्टअटैक का खतरा कम होता है. वज़न नियंत्रण में मदद मिलती है: गुड़ और चना खाने से शरीर का मेटाबॉलिज़्म बेहतर होता है और वज़न नियंत्रण में मदद मिलती है. तवचा को फ़ायदा होता है: गुड़ और चने में ज़िंक होता है, जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है. एनर्जी लेवल बढ़ता है: गुड़ और चना को देसी स्नैक्स के तौर पर सदियों से खाया जाता रहा है. इन दोनों को खाने से शरीर की एनर्जी तेज़ी से बढ़ती है.