शिलाई क्षेत्र की उपेक्षा पर बलदेव सिंह तोमर ने सरकार को घेरा

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देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश-सिरमौर
कंवर ठाकुर-शिलाई

शिलाई विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बलदेव सिंह तोमर ने हाल ही में हुई बस दुर्घटना के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार पर शिलाई क्षेत्र की उपेक्षा का गंभीर आरोप लगाया है। धकोली क्षेत्र में हुई इस दुर्घटना में 20 से अधिक लोग घायल हो गए थे। तोमर ने इस घटना का कारण शिलाई क्षेत्र की खराब सड़कों को बताया और राज्य सरकार पर सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की अनदेखी का आरोप लगाया।

तोमर ने क्षेत्र के वर्तमान विधायक और कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान पर भी अपने बयानों में कड़ा प्रहार किया। उन्होंने बताया की दुर्घटना के वक्त मंत्री चौहान नाया गांव स्थित अपने निजी

आवास पर आराम कर रहे थे, जो दुर्घटनास्थल से मात्र करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके बावजूद, मंत्री ने न तो घायलों से मिलने की कोशिश की और न ही उनकी स्थिति का जायजा लिया।

तोमर ने चौहान पर उनके कर्तव्यों का निर्वहन न करने का आरोप लगाते हुए कहा, “सरकार में एक महत्वपूर्ण पद पर होते हुए भी मंत्री ने अपने क्षेत्र के घायल नागरिकों की सुध नहीं ली और न ही उनके प्रति कोई संवेदना दिखाई।” उन्होंने आगे कहा कि सरकार की इस अनदेखी ने शिलाई क्षेत्र की उपेक्षा की एक स्पष्ट तस्वीर पेश की है।

पूर्व विधायक ने शिलाई के स्वास्थ्य ढांचे की खामियों को भी उजागर किया। उन्होंने बताया कि यहां मामूली बीमारियों के लिए भी मरीजों को उच्च चिकित्सा केंद्रों पर रेफर करना पड़ता है, क्योंकि स्थानीय अस्पताल में उचित सुविधाओं की कमी है।

उन्होंने बताया कि पिछली भाजपा सरकार के दौरान शिलाई अस्पताल को अपग्रेड करने के प्रयास किए गए थे और इसके विस्तार के लिए 18 करोड़ रुपये का बजट भी स्वीकृत किया गया था। लेकिन, कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से 18 महीनों में इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है और निर्माण कार्य के लिए कोई निविदा जारी नहीं की गई है।

बलदेव तोमर ने यह भी कहा कि शिलाई क्षेत्र में कोई नई विकास परियोजनाएं शुरू नहीं की गई हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री चौहान का क्षेत्र का दौरा मात्र औपचारिकता बनकर रह गया है और इन दौरों का कोई ठोस परिणाम नहीं निकलता।

“मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा की गई घोषणाओं को अभी तक कैबिनेट से मंजूरी नहीं मिली है और कोई नई परियोजनाएं शुरू नहीं की गई हैं,”। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर भाजपा शासन में शुरू की गई योजनाओं को रोकने और सरकारी कार्यालयों को बंद करने का भी आरोप लगाया।

अपने बयान के अंत में, तोमर ने गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार का ध्यान केवल चुनावी राजनीति पर है और शिलाई के लोगों की भलाई और विकास को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। “सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और पीड़ितों की जरूरतों को दरकिनार किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र का विकास ठप हो गया है,”। तोमर ने कहा कि शिलाई के लोग इस उपेक्षा से पीड़ित हैं और सरकार से तुरंत ठोस कार्रवाई की अपेक्षा रखते हैं।