इंजीनियर जे एल कांटा हुए सेवानिवृत,हिमाचल निर्माता की जन्मस्थली को जोड़ने वाली सड़क में भी निभाई अहम भूमिका

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देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश
यशपाल ठाकुर-सोलन


हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग में 34 वर्षों तक अपनी सेवाएं देने के बाद एसडीओ जे एल कांटा सोमवार को सेवानिवृत हो गए। कांटा आजकल सिरमौर जिला के सराहां उपमंडल में एसडीओ पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।
एसडीओ जे एल कांटा मूल रूप से शिमला जिला के चौपाल उपमंडल के गांव पिपलाहा नेवल टिक्करी के निवासी हैं । उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नेरवा से ली। जुब्बल आईटीआई से ड्राफ्ट्समैन का कोर्स किया और इसके बाद गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज सोलन दाखिला लिया। इसी दौरान उनका चयन पॉलिटेक्निक कॉलेज सुंदर नगर के लिए हुआ। सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद जे एल कांटा ने अपनी सेवा की शुरुआत 1990 में नेरवा उपमंडल से की।

उन्होंने अपनी सेवा के दौरान कनिष्ठ अभियंता के रूप में चौपाल नेरवा, कुपवी, चौपाल कंडाघाट, चायल व सोलन में सेवाएं दी। इसके बाद उनकी पदोन्नति सहायक अभियंता यानी एसडीओ के पद पर हुई। बटर एसडीओ उन्होंने कसौली, नेरवा, गागल शिकोर और सराहां में अपनी सेवाएं दी। सोलन में लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता पद पर रहते हुए सोलन बाजार में अतिक्रमण हटाओ महिम में भी अहम भूमिका निभाई थी।

हिमाचल निर्माता डॉक्टर वाई एस परमार की जन्मस्थली चन्हालग को जोड़ने वाली सड़क को पक्का करने में भी अहम भूमिका अदा की। हिमाचल के गठन के बाद पहली बार इस सड़क को पक्का किया।
सोमवार को सराहां में उनकी सेवानिवृत्ति के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें विभाग के उच्च अधिकारियों के अलावा अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे । उन्होंने उनके कुशल और स्वस्थ भविष्य की कामना की।