प्रोसेस्ड फ़ूड में मौजूद चीनी खाली कैलोरी होती है, जिससे डायबिटीज़ का खतरा बढ़ता है
देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश
चंम्बा
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन और चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि कुछ लोग अनावश्यक रूप से प्रोसैस्ड फूड खाने के शौकीन होते हैं उनको यह वहम है कि हम कौन सा मीठा खा रहे हैं हमें कहां शुगर होगी परंतु प्रोसैस्ड फूड खाने वाले ज्यादा खतरे में है।अगर कोई शख्स सुबह उठते ही सीरियल खा रहा है भले ही वो मीठा न हो नमक वाला सीरयल हो। दोपहर में सफेद चावल खाता है जो मीठा नहीं है।
रोटी ज्यादा खा रहा है प्रोसेस्ड फूड खा रहा है। रोजाना शाम को नमकीन चिप्स खा रहे हैं। नमकीन बिस्कट खा रहा है। ऐसे इंसान को डायबिटीज होना ही है। क्योंकि हर तरह का नमकीन कार्बोहाइड्रेट शरीर में जाकर शुगर में बदल जाता है।ये खाद्य पदार्थ कई प्रक्रियाओं (एक्सट्रूज़न, मोल्डिंग, मिलिंग, आदि) से गुजरते हैं, इनमें कई अतिरिक्त सामग्री होती है और इन्हें बहुत ज़्यादा हेरफेर किया जाता है। उदाहरण के लिए सॉफ्ट ड्रिंक, चिप्स, चॉकलेट, कैंडी, आइसक्रीम, मीठा नाश्ता अनाज, पैकेज्ड सूप, चिकन नगेट्स, हॉटडॉग, फ्रेंच फ्राइज़।
अगर आप 4 ग्राम कार्बोहाइड्रेट लेते हैं तो शरीर में 1 चम्मच चीनी जा रही है। अगर नाश्ते में आप 1 ब्रेड खा रहे हैं जिसमें 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। यानि आपको 4 चम्मच चीनी मिल रही है।
क्या आपको लगता है जब आप ब्रेड खा रहे होते हैं कि आप 4 टीस्पून शुगर खा रहे हैं। यानि अगर आपने सुबह 4 ब्रेड खाए तो आपके शरीर में 12-15 चम्मच चीनी चली गई।ज़्यादा प्रोसेस्ड चीनी खाने से मोटापा, हार्ट संबंधी बीमारियां, कैंसर, यकृत रोग, मनोभ्रंश, और अवसाद का खतरा बढ़ सकता है. प्रोसेस्ड फ़ूड में मौजूद चीनी और एसिड की वजह से बच्चों के दांत जल्दी खराब हो सकते हैं. प्रोसेस्ड फ़ूड में मौजूद सोडियम हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है और इसका असर दिल पर पड़ता है.