लद्दाख के पर्यावरणविद सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी व पदयात्रियों को नजर बंद करने पर लद्दाख में धरना प्रदर्शन

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दिल्ली में आधी रात को लेह से दिल्ली यात्रा कर रहे पदयात्रियों को पुलिस द्वारा नजरबंद करना शर्मनाक-अमर सिंह राधवा

देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश
कार्तिकेय तोमर-शिमला

हिमाचल प्रदेश:लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने व पर्यावरण संरक्षण सम्बंधी मांगों और हिमालय क्षेत्र की संस्कृति व हकों की सुरक्षा को लेकर प्रसिद्ध अन्वेषक व पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक लगभग 150 सदस्यों के साथ लेह से दिल्ली तक पदयात्रा के 30 वें दिन केन्द्र सरकार की तानशाही के चलते जिस तरह से आधी रात में पदयात्रा को रोक कर सभी को अलग अलग स्थानों पर नजरबंद कर रखा गया है। केन्द्र सरकार द्वारा करवाई गई, इस कार्रवाई की सर्व कामगार संगठन और सर्वजन संरक्षण समिति हिमाचल प्रदेश कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं।


सर्वजन संरक्षण समिति के राज्य सलाहकार अमर सिंह राधवा ने बताया कि एक ओर दिल्ली में धर्म के नाम पर कुछ तत्व उलजलूल गानो के साथ हुड़दंगी प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी तरफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 दिल्ली पुलिस कमिशनर द्वारा लागू करके केवल सोनम वांगचुक और महिलाओं, बुजुर्गों समेत सभी पदयात्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ दिल्ली में जगह जगह लद्दाख और हिमालय बचाओ समर्थकों को नजरंबद किया जा रहा है।


केन्द्र की सरकार जिस तरह से शान्ति पूर्ण आंदोलनों को दबाने का काम कर रही है, इससे साफ़ है कि यह सरकार कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से चलाए जा रहे आन्दोलन को बजाय सुनवाई करने के कुचलने का काम करती है।
यही रवैया केन्द्र सरकार का किसानों और पहलवानो व अन्य जन आंदोलनों के प्रति रहा है।
सर्व कामगार संगठन और सर्वजन संरक्षण समिति हिमाचल प्रदेश, केन्द्र सरकार से मांग करते हैं कि इस तानाशाही रवैए को त्यागकर लद्दाख के पदयात्रियों को रिहा कर, लद्दाख की मागों को हल करें।