रमा एकादशी 2024: दिवाली के पहले रमा एकादशी, जानें व्रत पूजा विधि एव पारण समय

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देवभूमि न्यूज 24.इन

⭕दिवाली के पहले चातुर्मास की अंतिम कार्तिक कृष्ण एकादशी रमा एकादशी रहती है जिसे रंभा एकादशी भी कहते हं। इस वर्ष रमा या रंभा एकादशी 28 अक्टूबर, दिन सोमवार को मनाई जा रही है। आओ जानते हैं इस एकादशी के व्रत की पूजा विधि और पारण का समय।

🚩एकादशी तिथि प्रारम्भ- 27 अक्टूबर 2024 को प्रात: 05:23 से।

🚩एकादशी तिथि समाप्त- 28 अक्टूबर 2024 को प्रात: 07:50 तक।

🚩पारण (व्रत तोड़ने का) समय- 29, अक्टूबर को प्रात: 06:31 से प्रात: 08:44 के बीच।

🪔रमा एकादशी की पूजा विधि:-
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  • रमा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
  • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
  • भगवान श्री विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
  • इस पावन दिन श्रीहरि विष्णु और माता लक्ष्मी जी की पूजा करें।
  • उन्हें पीले पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
  • इस दिन संभव हो तो व्रत-उपवास अवश्य रखें।
  • पूजन के पश्चात भगवान की आरती करें।
  • भगवान को पीली मिठाई तथा ऋतु फल का भोग लगाएं।
  • भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं।
  • ध्यान रखें कि एकादशी व्रत में भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
  • इस दिन अधिक से अधिक ध्यान भगवान में लगाएं तथा उनके मंत्रों का जाप करें।
  • रात्रि जागरण करें, तत्पश्चात अगले दिन सुबह पुन: पूजन करके ब्राह्मण को भोजन करवाएं, अन्न, वस्त्र दान और दक्षिणा दें।
  • तत्पश्चात खुद पारण करें। *🚩#हरिऊँ🚩*