पंजाब की लगातार बढ़ रही मुश्किलें,पंजाब से भेजी गई चावल की खेप को नागालैंड ने कर दिया खारिज

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देवभूमि न्यूज नेटवर्क
चंडीगढ़

पंजाब को एक और झटका लगा है और चावल को लेकर पंजाब की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब नागालैंड ने भी पंजाब से भेजी गई चावल की खेप को खारिज कर दिया है। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश और कर्नाटक ने पंजाब के चावल के सैंपल फेल कर दिए थे। इस महीने की शुरुआत में पंजाब के गोदामों से नागालैंड के दीमापुर के लिए जा रहे चावल की 18 गाड़ियों में कीड़ों के संक्रमण का ‘पहला स्तर’ पाया गया है।

इस संबंध में राज्य सरकार के साथ ही भारतीय खाद्य निगम के क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों द्वारा एक सूचना प्राप्त हुई है। यह पंजाब से चावल की तीसरी खेप है जिसे अस्वीकार कर दिया गया है। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश और कर्नाटक को भेजी गई चावल की खेप को अधिक अनाज टूटने के कारण अस्वीकार कर दिया गया था, और राज्य में चावल मिलरों को अपनी लागत पर चावल बदलने के लिए कहा गया था।

बता दें कि नागालैंड द्वारा जो खेफ रद्द की गई है को कथित तौर पर 4 नवंबर को सुनाम से रवाना किया गया था और यह खेप 11 और 12 नवंबर को दीमापुर उतारी गई थी। जब इनमें 23,097 बोरियों में 11,241.59 क्विंटल चावल की गुणवत्ता की जांच की गई तो पता यह पाया गया कि इनमें मजबूत चावलों के दानों की मात्रा निर्धारित से 0.52 से 0.78 फीसदी तक कम थी। जनतक फंड के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चावलों में 0.9 से 1 प्रतिशत फोर्टिफाइड चावल के दाने होने चाहिए। यह चावल 2022-23 फसल वर्ष के थे।

चावल की तीसरी खेप खारिज होने से राज्य के किसानों और राइस मिलरों में निराशा फैल सकती है। इस कारण अगले सीजन से धान की खेती प्रभावित हो सकती है। किसानों और राइस मिलर्स का कहना है कि राज्य से चावल की गुणवत्ता जांचने के बाद ही दूसरे राज्यों में खेप भेजी जाती है। परिवहन और रख-रखाव के दौरान या अन्य राज्यों में भंडारण के दौरान चावल की गुणवत्ता खराब हो सकती है।

अब एफ.सी.आई. की क्षेत्रीय टीमें और नागालैंड में तैनात कर्मी संयुक्त रूप से चावलों की गुणवत्ता टैस्ट करेंगे। इस संबंध में एफ.सी.आई. पंजाब के क्षेत्रीय जनरल मैनेजर बी. श्रीनिवासन ने कहा कि शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक नागालैंड को भेजा गया चावल मानव खपत के लिए फिट है। यह संभवना है कि रख-रखाव के दौरान अनाज को संक्रमण या अन्य नुक्सान हो सकता है पर यह जांच का विषय है