देवभूमि न्यूज 24.इन
हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव की तिथि बताया गया है। कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन भगवान शंकर की पूजा-अर्चना का विधान है। इस दिन भोलेनाथ को बेलपत्र, पुष्प, धूप-दीप और भोग चढ़ाने और शिव मंत्रों का जाप करने से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान भी निकलता है। कहते हैं कि जो भी इस व्रत को करता है भगवान शिव उनसे प्रसन्न होकर उनके सभी कामों को सफल बनाते हैं।
मासिक शिवरात्रि की व्रत तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचाग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 29 नवंबर 2024 को सुबह 8 बजकर 39 मिनट से होगा। चतुर्दशी तिथि का समापन 30 नवंबर को सुबह 10 बजकर 29 मिनट पर होगा। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत 29 नवंबर 2024 को रखा जाएगा।
मासिक शिवरात्रि के दिन शिव जी के इन मंत्रों का करें जप
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
ॐ नमः शिवाय
ॐ महादेवाय नमः।
ॐ महेश्वराय नमः।
ॐ श्री रुद्राय नमः।
ॐ नील कंठाय नमः।
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें।
स्नान आदि कार्य करने के बाद साफ हरे रंग के कपड़े पहनें।
व्रत का संकल्प लें।
भगवान शिव की पूजा करें।
शिव जी को गंगाजल, फल, फूल और अक्षत अर्पित करें। इस दौरान महादेव के मंत्रों का जाप करें।
अंत में आरती करके पूजा का समापन करें।
मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व
जो भक्त मासिक शिवरात्रि का व्रत करते हैं, भगवान शिव उनसे प्रसन्न होकर उनके सभी कामों को सफल बनाते हैं। दांपत्य जीवन में खुशियां ही खुशियां आती है। साथ ही अविवाहित जातक के विवाह में आ रही अड़चने दूर हो जाती है और सुयोग्य वर या वधू की प्राप्ति होती है।
राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9116089175