युवा प्राचीन संस्कृति के संरक्षण में निभा सकते हैं महत्वपूर्ण भूमिका – रोहित ठाकुर

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देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश
शिमला

हिमाचल प्रदेश को देव भूमि के नाम से जाना जाता है, यहां पर सभी देवी-देवताओं के मंदिर हैं। जिला शिमला के जुब्बल-कोटखाई एवं रोहड़ू विधानसभा क्षेत्रों में महासू देवता को आराध्य देव के रूप में जाना जाता है।
यह बात शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज ग्राम पंचायत पुजारली-3 के गांव फरोग़ एवं ग्राम पंचायत रतनाड़ी के थोड़ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रमों में कही।


उन्होंने कहा कि आज के युग में भी पारंपरिक रीति रिवाजों एवं वाद्य यंत्रों के साथ मन्दिरों के धार्मिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने क्षेत्र वासियों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज के युवा हमारी प्राचीन समृद्ध संस्कृति के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।


शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि फरोग़ के महाशु मंदिर के साथ लगते पांच गांव खलावण, वटाड़ा, फरोग़, पुजारली -3 तथा दराल के लोगों के सहयोग से मन्दिर का निर्माण किया गया है, तथा श्री डोम देवता शरमला के नवनिर्मित मन्दिर के साथ लगते चार गांव सपोहिल, दूनी धार, कनरोटी, रतनाड़ी के लोगों के सहयोग से मन्दिर का निर्माण किया गया है।
इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।