लौकी का जूस सब्जी और सलाद दें अलसी लहसुन दालचीनी हल्दी अर्जुन की शॉल और तुलसी का कड़ा दे
ज्यादा से ज्यादा सन सिटिंग कराएं
देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश
चंम्बा
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रीशन डाइटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्मा भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि ठंड के मौसम में कम तापमान के कारण हार्ट की नसों में सिकुड़न होती है. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है. मेडिकल जर्नल द लैंसेट की रिसर्च बताती है कि गर्मियों की तुलना में सर्दियों में हार्ट की बीमारियों की वजह से मौतों का आंकड़ा 30 फीसदी तक बढ़ जाता है कोरोना के बाद तो वैसे भी हार्ट प्रॉब्लम महामारी की शक्ल लेने लगी है। कहीं बैडमिंटन कोर्ट में हार्ट अटैक, तो कहीं एक्सरसाइज करते स्ट्रोक। कहीं हॉस्टल के ग्राउंड में राउंड लगाते कार्डियक अरेस्ट, तो कहीं दूल्हे की दिल का दौरा पड़ने से मौत। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि सर्दियों में अपने अपने घर में बुजुर्ग माता-पिता के दिल की सेहत का ध्यान रखा जाए।कम तापमान के कारण रक्त वाहिकाएं अस्थायी रूप से संकरी हो जाती हैं। इससे रक्तचाप बढ़ जाता है, क्योंकि संकुचित नसों और धमनियों के जरिए से ब्ल फ्लो को अधिक दबाव की आवश्यकता होती है। ऐसे में ब्लड फ्लो में काफी परेशानी आती है और हृदय की मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है। इस वजह से सर्दियों में खून के थक्के बनने लगते हैंस जिससे दिल के दौरे की संभावना बढ़ जाती है। सुबह जल्दी ना उठे और टहलने के लिए भी ना जाए।मोटापे ,धूम्रपान,शराब ,उच्च रक्त चाप सर्दियों में हटा के लिए मुख्य कारक है।लौकी का जूस सब्जी और सलाद दें अलसी लहसुन दालचीनी हल्दी अर्जुन की शॉल और तुलसी का कड़ा दे।ज्यादा से ज्यादा सन सिटिंग कराएं