नैनीधार विद्यालय में धूमधाम से मनाया गया जेबीपी फाऊंडेशन का स्थापना दिवस

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देवभूमि न्यूज 24.इन
उत्तराखंड के प्रसिद्धि सामाजिक संगठन जेबीपी फाउन्डेशन ने अपने स्थापना दिवस के अवसर पर लगभग 3.50 लाख रुपए की राशि 3 राज्यों के 164 मेधावी छात्रों को प्रदान की I राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नैनीधार में गणित के अध्यापक के पद पर कार्यरत तथा जेबीपी फाऊंडेशन के सदस्य रवि पराशर ने बताया कि जेबीपी

फाऊंडेशन के स्थापना दिवस पर विद्यालय के छात्र मन्नत राणा, नव्या राणा, सक्षम राणा, विशाल, ऋषभ तथा प्रिया शर्मा को पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु कुल 6600 रूपए की प्रोत्साहन राशि सहित विद्यालय के मेधावी छात्र ऋषभ को 10,000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व बैंक अधिकारी और ग्राम हटाल निवासी श्री एस.एन.शर्मा ने अपने स्वर्गीय माता पिता और बड़े भाई की स्मृति में इसकी स्थापना मूल रूप से गरीब परिवारों के होनहार छात्रों के लिए आर्थिक सहयोग को आधार मानकर की थी, ताकि संघर्षशील परिवारों के छात्रों को राष्ट्रीय मानव सम्पदा के रूप में परिवर्तित किया जा सके l


इस मिशन की स्थापना 20-12-2018, को उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में हुई थी और कल इस संगठन का स्थापना दिवस था l इस अवसर पर तीन राज्यों के 23 विद्यालयों में 164 छात्रों को ₹3.40 लाख की प्रोत्साहन / सहयोग राशी को वितरित करके मनाया गया l
ज्ञात हो, कि इसकी स्थापना से आज तक यह मिशन 670 छात्रों में कुल 20.00 लाख रूपये की राशी स्वीकृत और वितरित करने में सफल रहा है l वर्तमान में इस संगठन के राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सदस्यों की संख्या 250 है और इसका उदघोष वाक्य है –


“गरीब परिवारों के होनहार छात्रों का सारथी, नेक और सक्षम लोगों का सामाजिक संगठन “
इस संगठन का कार्य राष्ट्रव्यापी है और अपने स्थापना दिवस पर उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश और बिहार के राजकीय विद्यालयों में मोटिवेशनल कार्यक्रम किए, जिनमें बिहार के 2 हिमाचल प्रदेश के 8 और उत्तराखण्ड के 13 विद्यालय शामिल है I
संगठन मूल रूप से केवल भयंकर गरीबी से जूझ रहे परिवारों के होनहार छात्रों की आर्थिक सहायता करता है लेकिन इसके साथ साथ जो भी अन्य गतिविधियां होती है उनका विवरण निम्न है –
किसी भी गरीब परिवार के होनहार छात्र ने अगर बोर्ड परीक्षा में 80% या अधिक अंक प्राप्त किये है और परिवार की मासिक आय सात हजार रूपये से कम है तो उसको यह संगठन दस हजार रूपये आवेदन मिलने पर जारी करता है ताकि वह अपनी जरुरत की वस्तुएँ जैसे ड्रेस, जुते, किताबें आदि तुरन्त खरीद सकें और सरकारी बिद्यालय की फ़ीस दे सकें ।


अगर किसी छात्र ने अपनी बोर्ड की परीक्षा में 70% अंक प्राप्त किये है और उनकी मासिक आय सात हजार रूपये से कम है और उनके घर का कमाने वाले सदस्य की मृत्यु हो चुकी है और छात्र की पढ़ाई में रुचि है, तो उनको भी हमारे संगठन के द्वारा जरुरत की वस्तुएँ ख़रीदने के लिये दस हजार रूपये आवेदन मिलने पर तुरन्त ही जारी किये जाते है ।
किसी भी छात्र को अगर किसी नौकरी की परीक्षा या इंटर्व्यू के लिये दूर दराज के क्षेत्र में जाना हो और घर पर पैसों का अभाव के कारण नही जा पा रहा हैं और उनकी मासिक आय सात हजार रूपये से कम है। अगर हमें वह संबंधित प्रमाण उपलब्ध कराता है, तो आवेदन मिलते ही यह संगठन इस प्रकार के किसी भी बेरोजगार छात्र को तुरन्त ही आने जाने, खाने पीने और ठहरने का खर्च उपलब्ध कराते है ।
यह संगठन अपने स्थापना दिवस पर किसी भी सरकारी विध्यालय में मोटिवेशनल कार्यक्रम कराता है और उस स्थिति में भी यह संगठन प्रत्येक क्लास टॉपर को हर वर्ष प्रोत्साहन स्वरूप ग्यारह सौ रूपये का नकद पुरस्कार प्रदान करते है ।
अगर इस संगठन का कोई भी सदस्य किसी भी सरकारी विद्यालय में कभी भी कोई मोटिवेशनल स्पीच देना चाहता है तो वह अपनी मिटिवेशनल स्पीच के बाद उस विद्यालय के किसी एक सर्वोत्कृष्ट छात्र को दो हजार एक सौ का चेक देकर उस छात्र को विध्यालय में प्रोत्साहित कर सकते है ।
उपरोक्त के विषय में इस संगठन की मान्यता है कि – सभी ग़रीब परिवार के होनहार छात्र भी अपने सपने साकार करने के अधिकारी है और वह सभी देश के लिये मानव अस्ति के रूप में तैयार किये जा सकते है ताकि उनकी नौकरी लगते ही उनका गरीब परिवार गरीबी रेखा से बाहर आ सके। जिन घरों में पिता की मृत्यु के पश्चात उनके पढ़ने वाले बच्चों के सपने टूट रहे है, वह सभी भी पूरे हो सके । साक्षात्कार यात्रा सुविधा देकर छात्रों की नौकरी लगने पर उनका परिवार ग़रीबी के दुश्चक्र से बाहर आ सकें । विध्यालय में छात्रों में प्रत्येक कक्षा में परस्पर स्पर्धा आ सके।
संगठन के संस्थापक श्री एस. एन. शर्मा ने कहा कि यही ही जेबीपी फाऊंडेशन का सपना कि गरीबी के मकड़जाल में फंसे हर होनहार छात्र की जरूरतों को पूरा किया जा सके जिसके लिए जेबीपी परिवार के सभी सदस्य अपनी क्षमता अनुरूप अपनी आय में से एक संग्रह खाते में धनराशि भेजते है और उसी राशी को छात्रों के मध्य वितरित किया जाता है I उन्होंने सभी सक्षम लोगों से से आह्वान किया है कि वह सभी आगे आकर अपनी आय का मात्र 1% त्याग कर इस प्रकार के आंदोलनों को समाज हित में प्रोत्साहन दे सकते है l अर्थात् जेबीपी परिवार का हर एक सदस्य इसी सिद्धान्त पर आगे चलकर, इस प्रकार के सामाजिक मिशन को अस्तित्व में लाकर और उसको सक्षम बनाकर, आज सैकड़ों परिवारों को संजीवनी का कार्य कर रहा है ।
श्री रवि पराशर ने बताया कि आज विद्यालय के कक्षा छठी से कक्षा 11वीं के टॉपर छात्रों को कार्यवाहक प्रधानाचार्य महोदय श्री पंच राम पराशर के माध्यम से 1100 रुपए प्रति छात्र की राशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त इस वर्ष विद्यालय से मेधावी छात्र ऋषभ को ₹10000 की आर्थिक सहायता संगठन के माध्यम से प्रदान की गई। विद्यालय की प्रधानाचार्य श्री राजेश कुमार एवं समस्त विद्यालय प्रबंधन ने जेबीपी फाऊंडेशन का आभार व्यक्त किया, जिसके माध्यम से गरीब परिवारों के होनहार मेधावियों को उनकी आगामी सुचारू पढ़ाई हेतु आर्थिक सहायता की जा रही है।।