ज्यादा और स्वस्थ जीना चाहते हैं तो जल्दी से वजन कम करें
देवभूमि न्यूज 24.इन
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रीशन डाइटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्मा भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि मई 2023 में मोटापे पर यूरोपीय कांग्रेस में प्रस्तुत शोध से पता चलता है कि आपका पिछला वजन बढ़ना भी भविष्य में कैंसर के विकास में भूमिका निभा सकता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन पुरुषों ने 17 से 29 वर्ष की आयु के बीच हर साल औसतन 2.2 पाउंड वजन बढ़ाया, उनमें बाद के जीवन में आक्रामक प्रोस्टेट कैंसर विकसित होने का जोखिम 13% बढ़ गया।कुछ सिद्धांत बताते हैं कि अतिरिक्त वजन सूजन के उच्च स्तर की ओर ले जाता है, जो बदले में प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाओं के लिए ईंधन की तरह काम करता है। अधिक वजन वाले और मोटे पुरुषों में रक्त शर्करा का उच्च स्तर होने की संभावना अधिक होती है, जो अग्न्याशय को अधिक इंसुलिन जारी करने के लिए उत्तेजित करता है।
कुछ अध्ययनों ने उच्च इंसुलिन स्तरों और प्रोस्टेट कैंसर के बढ़ते जोखिम के बीच एक संबंध दिखाया हैमोटापे से प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है. एक अध्ययन के मुताबिक, जिन लोगों को मोटापा है, उनमें प्रोस्टेट कैंसर होने की आशंका दूसरे लोगों से 10 फ़ीसदी ज़्यादा होती है. मोटापे की वजह से प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में भी दिक्कतें आ सकती हैं. मोटापे से प्रोस्टेट हाइपरप्लासिया (BPH) का खतरा भी बढ़ जाता है. मोटापे की वजह से प्रोस्टेट में सूजन बढ़ सकती है. मोटापे की वजह से प्रोस्टेट पर दबाव पड़ता है. मोटापे की वजह से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ता है, जिससे प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ता है.