देवभूमि न्यूज 24.इन
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस में हाल ही में सीबीआई को केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला की रिपोर्ट मिली, जिसमें कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं, जिसने केस में जवाब खोजने की जगह नए सवाल खड़े कर दिए हैं. रिपोर्ट में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि ट्रेनी के साथ दुष्कर्म व हत्या की वारदात को किसी अन्य जगह पर अंजाम दिया गया था, फिर शव को सेमिनार रूम में रखा गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि सेमिनार रूम में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि पीड़ित को रेप के बाद वहां मार डाला गया था.अब सीबीआई इन सवालों के जवाब खोजने में लगी है फिलहाल, लोगों को इस मामले के गुनहगार को सजा मिलने के लिए इंतजार करना होगा.
एफएसएल की रिपोर्ट में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है कि सेमिनार रूम में नीले गद्दे पर पीड़िता और हमलावर के बीच संभावित हाथापाई के कोई निशान नहीं मिले हैं, साथ ही आसपास रखे सामान में कोई खरोंच नहीं आई है, और सेमिनार रूम के अंदर भी कोई निशान नहीं मिले हैं. इसलिए सवाल उठता है कि क्या किसी ने जानबूझकर ऐसा किया है और सबूत मिटाए हैं.
रिपोर्ट में विशेष रूप से बताया है कि सेमिनार रूम में नीले गद्दे पर पीड़िता और हमलावर के बीच संभावित हाथापाई के कोई निशान नहीं मिले हैं. इसके अलावा, जिस जगह ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था, उसके आसपास रखे सामान में कोई खरोंच नहीं मिली है
डॉक्टर रेप-मर्डर मामले में पीड़िता के पिता ने कहा कि कोलकाता पुलिस ने जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार कराकर मामले को दबाने की कोशिश की थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस मामले के सामने आने के बाद हमें रिश्वत देने की कोशिश की थी.
कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर को 8 अगस्त से 9 अगस्त के दौरान मर्डर कर दिया गया था. पीड़िता रात में शिफ्ट करके एक जूनियर डॉक्टर के साथ खाना खाने के बाद सेमिनार हॉल में थोड़ी देर रेस्ट करने गई,
लेकिन सुबह तक वापस नहीं आई. वह मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष की छात्रा थी जब ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त सुबह सेमिनार हॉल में अर्धनग्न और चोटिल अवस्था में मिला. पुलिस ने बताया कि ट्रेनी डॉक्टर का रेप कर उसकी हत्या की गई है. घटनास्थल पर उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई थी.