शिलाई में हाटी समिति का साधारण अधिवेशन

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देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश-सिरमौर
कंवर ठाकुर-शिलाई

सिरमौर जिला के उपमंडल शिलाई में हुई केंद्रीय हाटी समिति की महाखुमली में एससी समाज से सम्बंध रखने वाले केंद्रीय हाटी सिमिति इकाई नोहराधार अध्यक्ष शिव चंद ने उद्योगों मंत्री पर खुले मंच से लगाए गंभीर आरोप, महाखुमली के दौरान …. ने हाटी मुद्दे में बिलम्ब व स्वर्ण ओर एससी के बीच मतभेद के लिए मंत्री हर्षवर्धन चौहान को जिमेबार ठहराया है।


उंन्होने बताया कि हाटी को जनजातीय दर्जा मिलने तक क्षेत्र की स्तिथि सामान्य थी, लैकिन चुनाव नजदीक आते ही हर्षवर्धन चौहान ने लाखों एससी भाइयों को स्वर्ण समाज के खिलाफ भड़का कर स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया, एससी के लोगों को किन्नौर के तर्ज पर दोनों सर्टिफिकेट की मांग की जगह हाटी बिल को निरस्त करने जैसी घटिया राजनैतिक चाले वोट बटोरने के लिए चली गईं।


उन्होंने बताया कि बड़ा दुःख का विषय है कि वोट मिल जाने के बाद एससी भाइयों को अब तक क्या मिला, सदियों से एक ही परिवेष में परिवार की तरह जीवन बसर करने वाले हाटी समुदाय जाती में बंट गया, जिन राजपूतों ने अपनी जमीन दे कर एससी भाइयों को अपना मान कर अपने करीब बसाए रखा।
उन्होंने एससी भाइयों से आग्रह किया कि चुनाव चले गए है, आंखों से पट्टी उतार कर सही गलत की पहचान समय रहते कर लेनी चाहिए, राजनैतिक चपेट में इतना बड़ा मौका पहले ही खो चुके है, अब समाज में पैदा हुई आपसी खाई को कम करना चाहिए और मिल कर स्वर्ण समाज के हकों के लिए लड़ाई लड़नी चाहिए।


महाखुमली में सीमित ने अपने कार्य को संक्षेप में रखा
समिति के कानूनी सलाहकार रण सिंह ने बताया कि मामला सरकार लड़ रही है, सिमिति वन टेन के तहत केस में पार्टी बन कर लड़ रहे है, सभी दस्ताबेज कॉर्ट को जमा करवा दिए गए है, मामले में चार जबाब राज्य सरकार से मांगे गए है, जो कॉर्ट को अब तक जमा नही करवाए गए है, जिसके बाद जनजातीय मामला पूरी तरह हाटियों के पक्ष में जायेगा
कोषाध्यक्ष ने बताया कि समिति के भंडार में अब तक हाटियों से अनुदान में मिली राशि सतरह लाख है,

जिस मेंसे पांच लाख अभी भी समिति के कोष में जमा है, बाकी के 12 लाख रुपये से वकील की फीस व सरकार से मांगी गई सैंकड़ो आरटीआई में खर्च हुआ है।
केंद्रीय सिमिति के उपाध्यक्ष कुंदन शास्त्र ने कहा कि हर्षवर्धन चौहान ने कफोट क्षेत्र के अंदर एक जनसभा में केंद्रीय हाटी समिति पर गंभीर आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है, आज केंद्रीय हाटी सिमिति ने कार्य का सारा लेखाजोखा महाखुमली में रखा जिसमें सभी को खुला सवाल पूछने का निमंत्रण दिया गया था।


उन्होंने बताया कि मंत्री ने हमेशा हाटी मुद्दे को लटकाने का काम किया है, हर्षवर्धन की यह मंशा साफ जाहिर होती है, बिल पास होने से लेकर अधिसूचना जारी करने तक बिलम्ब किया ताकि मामले में कॉर्ट स्टे मिल सके लोगो को भड़का कर याचिकाएं दायर करवाई, ओर कॉर्ट द्वारा सरकार से मांगे गए जबाब में बिलम्ब के बाद कल्याण मंच का गठन करवाकर एक अलग बकील को देना केवल हाटियों को हक़ से वंचित रखने का पूरा प्लान तैयार किया गया है, लेकिन केंद्रीय हाटी सिमिति राजनीति से ऊपर उठ कर संघर्ष जारी रखेगी तथा विरोधियों का डट कर सामना करेगी।