देवभूमि न्यूज 24.इन
गिरी पार के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा मिलने के बाद राजनीतिक और चुनावी नफा नुकसान से महत्व पूर्ण यह है कि कोर्ट में विचाराधीन मुकदमे से कैसे निपटा जाए ताकि इस अवसर का उपयोग शीघ्रता शीघ्र समाज के समग्र विकास और कल्याण के लिए किया जा सके। दोनों राजनीतिक पार्टियों एवं नेताओं को इस मुद्दे पर अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर, समाज के अंतिम छोर पर खड़े नौजवानों की भलाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

अनुसूचित जनजाति का लाभ मिलने के पश्चात नौजवानों के लिए शिक्षा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे और हाटी समुदाय सशक्त बन सकेगा जिससे समाज में समरसता पैदा होगी। अतः हम सभी को राजनीति से ऊपर उठकर इस मुद्दे पर बात करने की आवश्यकता है।

मेरी सभी संगठनों से अपील है कि एक साथ मिलकर इस लड़ाई को लड़े ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को एकता की मिसाल पेश करके उन्हें उपहार स्वरूप अनुसूचित जनजाति का लाभ प्रदान कर सके। अपने चेहरे से उतार दो ये बीजेपी कांग्रेस का चोला और आओ फिर से 2022 की तरह मिलकर लड़े यह जंग। ‘संघे शक्तिः कलौ युगे’
अन्यथा हम इसी तरह राजनीति के हाथों खेलते रहेंगे।
जय हिन्द जय हाटी ।