माघ महीने में कब है दुर्गा अष्टमी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग

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देवभूमि न्यूज 24.इन⭕

गुप्त नवरात्र की अष्टमी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का संयोग बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग रात में 08 बजकर 33 मिनट से हो रहा है। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग का समापन 06 फरवरी को सुबह 07 बजकर 06 मिनट पर होगा। इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से हर काम में सिद्धि एवं सफलता प्राप्त होगी।

हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि जगत की देवी मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस शुभ अवसर पर मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं।

धार्मिक मत है कि जगत की देवी मां दुर्गा के चरण और शरण में रहने से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिष भी धन समेत सभी प्रकार की परेशानी से निजात पाने के लिए मां दुर्गा की पूजा करने की सलाह देते हैं। हर माह अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है। आइए, माघ माह की दुर्गा अष्टमी की तिथि एवं शुभ मुहूर्त जानते हैं-

⚜️मासिक दुर्गा अष्टमी शुभ मुहूर्त
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वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 05 फरवरी को भारतीय समयानुसार देर रात 02 बजकर 30 मिनट पर होगी। वहीं, अष्टमी तिथि की समाप्ति 06 फरवरी को देर रात 12 बजकर 35 मिनट पर होगी। जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा निशा काल में होती है। अत: 05 फरवरी को माघ महीने की दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी।

⚜️मासिक दुर्गा अष्टमी शुभ योग
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ज्योतिषियों की मानें तो माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर शुक्ल और ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही भद्रावास योग का भी संयोग है। इस दिन भद्रा दोपहर तक स्वर्ग में रहेंगी। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही सभी बिगड़े काम बन जाएंगे। साधक सुविधा अनुसार समय पर मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं।
पंचांग

🚩सूर्योदय- सुबह 07 बजकर 07 मिनट पर

🚩सूर्यास्त- शाम 06 बजकर 04 मिनट पर

🚩चन्द्रोदय- सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर

🚩चंद्रास्त- देर रात 01 बजकर 30 मिनट पर

🚩ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 05 बजकर 22 मिनट से 06 बजकर 15 मिनट तक

🚩विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 25 मिनट से 03 बजकर 09 मिनट तक

🚩गोधूलि मुहूर्त- शाम 06 बजकर 01 मिनट से 06 बजकर 27 मिनट तक

🚩निशिता मुहूर्त- रात्रि 12 बजकर 09 मिनट से 01 बजकर 01 मिनट तक

     *🚩ऊँ_श्री_दुर्गाय_नम:🚩*