*देवभूमि न्यूज 24.इन*
हिमाचल प्रदेश अनन्त काल से ही शिव भक्ति एवं शक्ति अराधना का गढ़ माना जाता है। समूचे हिमाचल प्रदेश में श्री पांडवकालीन शिवालयों समेत अनगिनत शिव मंदिर और शक्ति-स्थल है। इसमें जिला ऊना के पौराणिक शिवालय व जिला मंडी के रियासतकालीन शिवालय जगत प्रसिद्ध है। शिवरात्रि-उत्सव के एक माह पूर्व तारा रात्रि से विभिन्न शिवालयों के शिवलिंगों का अलौकिक श्रृंगार शैव भक्तों द्वारा किया जा रहा है। शिवालयों की अलौकिक विद्यमानता के चलते जिला ऊना मुख्यालय को श्री छोटा हरिद्वार व जिला मंडी को श्री छोटी काशी उपनाम से अलंकृत किया जाता है। जिला ऊना में श्री सदाशिव महादेवन ध्यूंसर तलमेहड़ा और मंडी शहर के श्री स्वयंम्भू बाबा भूतनाथ जी अत्यंत प्रसिद्ध है।

आजकल यहां पर महा-शिवरात्रि पर्व 26 फरवरी को हर्षोल्लास से मनाने की जोरदार तैयारियां शुरू हो गई है। जिला मंडी शहर मुख्यालय के सभी शिवालयों में नवनीत-मक्खन (घृत मंडल) का श्रृंगार किया जा रहा है।जिला ऊना का ऐतिहासिक पौराणिक पांडवकालीन महातीर्थ श्री शिवबाड़ी गगरेट आचार्य द्रोणाचार्य शिवमन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां स्वर्ग से बहने वाली सोनभद्रा-स्वां नदी की पावन जलधारा समीप उन्होने कौरव-पांडव को धनुर्विद्या सिखलाई थी। अलौकिक घटनाक्रम में आचार्य द्रोण की सुपुत्री यजाति को भगवान शंकर नें स्वयं बालक रुप में खेल रचाया था। इसी तरह जिला मंडी शहर मुख्यालय का श्री स्वयंम्भू बाबा भूतनाथ जी पर एक कपिला धेनु व्यास नदी पार से आकर दुग्धधारा चढ़ाती थी।

ग्वाले ने इसकी सूचना तत्कालीन रियासतकालीन राजा पंद्रहवी सदी के अजवर सेन जी को दी थी । राजा ने सन ईस्वी 1527 में बाबा भूतनाथ जी का भव्य मंदिर बनवा नई मांडव्य नगर जनपद छोटी काशी बसाई थी। आज मंडी जिला की महा-शिवरात्रि अन्तरराष्ट्रीय शिवरात्रि-उत्सव जगत प्रसिद्ध हो गया है। जिला ऊना-हिमाचल प्रदेश का ही श्री गौरी गंगा महादेवन को श्री छोटा हरिद्वार महातीर्थ की संज्ञा से विभूषित किया जाता है। ऊना का ही श्री सदाशिव ध्यूंसर महादेव मंदिर कौरव-पांडवों के कुल पुरोहित धौम्य ऋषि द्वारा स्थापित माना जाता है।
इसी तर्ज पर मंडी शहर का पंचवक्त्र महादेव, अर्द्ध नारीश्वर और त्रिलोकनाथ भी अत्यंत प्राचीन है। ऊना का नीलकंठ महादेव शिवालय चताड़ा भी ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व का है।
जिला ऊना और मंडी के शिवालयों की समानता के चलते जिला मंडी मुख्यालय की अन्तरराष्ट्रीय महा-शिवरात्रि उत्सव का जिला ऊना में प्राकट्य या स्थापना नहीं की जा सकी है। जिला ऊना को सरकारी तौर पर शिवरात्रि-उत्सव या शिवरात्रि- मेला आयोजित करवानें का लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है।
देर सवेर जब जिला ऊना में महा-शिवरात्रि महोत्सव का सरकारीकरण होकर सार्वजनिक शिवरात्रि मेला घोषित होगा तो निश्चित तौर पर धार्मिक सांस्कृतिक व पर्यटन का आदान-प्रदान समूचे हिमाचल प्रदेश में चार चांद लगवानें में सफल सिद्ध होगा।