*देवभूमि न्यूज 24.इन*
आयुष विभाग द्वारा लिए उपमंडल सूरजपुर में आज
उपमंडलीय आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ० जसप्रीत कौर की अगवाई तथा स्वास्थ्य विभाग के राजपुरा ब्लॉक के खंड स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएल भगत के सहयोग से 100 दिवसीय टीवी उन्मूलनम जन भागीदारी अभियान शुरू किया गया जिसमे आयुष एवं स्वास्थ्य विभाग द्द्वारा इसकी शुरुआत आयुष हेल्थ एंड वैलनेस केंद्र पलहोड़ी पांवटा साहिब से की गई जिसमें 110 लोगो की संवहन ( पोर्टेबल ) एक्स रे द्वारा स्क्रीनिंग करके टीबी की जांच की गई जिसका मुख्य उद्देश्य टीवी की बीमारी को जड़ से खत्म करने का है जिसमें की आयुष एवम स्वास्थ्य विभाग बड़ी तत्परता के साथ कार्य कर रहा है

ताकि 100 दिवसीय टीवी उन्मूलनम जन भागीदारी अभियान को सफल बनाया जाए। इस अवसर पर विभाग के चिकित्सा अधिकारियों द्वारा टीवी रोग के बारे में काउंसलिंग भी की गई जिसमें बताया गया कि टीबी से बचाव के लिए किसी भी व्यक्ति को दो हफ्ते से अधिक खांसी का होना, लगातार बुखार होना, रात में पसीना आना और वजन बढ़ना-घटना आदि टीबी बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आना, वजन घटना, खांसी के साथ खून आए तो इसको नजर अंदाज न करें, बल्कि तुरंत बलगम की जांच कराएं तथा अगर टीबी रोग निकलता है तो इसकी नियमित दवा ले तथा दवाइयां का पूरा कोर्स करने के बाद खाने से ये रोग ठीक हो सकता है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बेहतर आहार विहार तथा नियमित व्यायाम एवं योग को अपने जीवन में अपनाए।

उपमंडल आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ० जसप्रीत कौर ने मीडिया को जानकारी देते बताया कि 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान भारत की टीबी मुक्त राष्ट्र की महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। निदान, उपचार और सहायता सेवाओं को बढ़ाकर, विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले समूहों के लिए, भारत 2025 तक टीबी को समाप्त करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण के लिए मंच तैयार कर रहा है। निरंतर राजनीतिक इच्छाशक्ति, सामुदायिक जुड़ाव और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के साथ, टीबी मुक्त भारत का सपना – तपेदिक से मुक्त भारत – पहुंच के भीतर है जिसमें हिमाचल सरकार के अंतर्गत आयुष विभाग सूरजपुर एवम स्वास्थ्य विभाग राजपुरा ब्लॉक भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है तथा विभाग का हर अधिकारी कर्मचारी इस टीवी उन्मूलन कार्यक्रम में बढ़कर भाग ले रहा है।

डॉ० जसप्रीत ने कहा कि उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता स्वास्थ्य समानता, सामाजिक न्याय और सतत विकास के व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाती है। भारत टीबी के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक कार्रवाई करते हुए दुनिया के लिए एक उदाहरण स्थापित करता है, यह साबित करता है कि सहयोग, नवाचार और दृढ़ संकल्प के माध्यम से वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों पर काबू पाया जा सकता है जिसमें उन्होंने बड़ी प्रतिबद्धता के साथ कहा कि वह सरकार के साथ टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे।
इस अवसर पर इस आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ० ममता शर्मा, आयुर्वैदिक फार्मेसी अधिकारी शोएब अली, आयुष कर्मचारी राम चंद्र आदि उपस्थित रहे।