दीपक जलाने के नियम: दीपक जलाते समय ये गलतियां आपको पड़ सकती हैं भारी-डॉ दीपक दुबे

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 *देवभूमि न्यूज 24.इन*

⭕हिंदू धर्म में दीपक जलाना एक महत्वपूर्ण परंपरा है. दीपक को प्रकाश, ज्ञान और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है. घर के मंदिर में दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. दीपक जलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है ताकि पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके. घर में दीपक जलाने के नियम के बारे में आइए जानते हैं.

⚜️दीपक जलाते समय न करें ये गलतियां-
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🚩गलत दिशा में दीपक रखना:- दीपक को हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में रखना चाहिए. इन दिशाओं को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. दक्षिण दिशा में दीपक रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है.

🚩खंडित दीपक का उपयोग:- खंडित दीपक का उपयोग नहीं करना चाहिए. खंडित दीपक को अशुभ माना जाता है और इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है.

🚩तेल या घी की कमी:- दीपक में तेल या घी की कमी नहीं होनी चाहिए. दीपक को हमेशा भरा हुआ रखना चाहिए. अगर दीपक में तेल या घी कम होगा तो यह अशुभ माना जाता है.

🚩गलत समय पर दीपक जलाना:- दीपक को संध्या काल में जलाना चाहिए. इस समय को देवताओं का समय माना जाता है.

🚩अशुद्ध हाथों से दीपक जलाना:- दीपक को हमेशा शुद्ध हाथों से जलाना चाहिए. अशुद्ध हाथों से दीपक जलाने से पूजा का फल नहीं मिलता है.

🚩दीपक को सीधे जमीन पर रखना:- दीपक को कभी भी सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए. दीपक को हमेशा एक चौकी या थाली पर रखना चाहिए.

🚩दीपक को बुझने देना:- दीपक को कभी भी बुझने नहीं देना चाहिए. यदि दीपक बुझ जाता है तो यह अशुभ माना जाता है.

🚩दीपक को गंदी जगह पर रखना:- दीपक को कभी भी गंदी जगह पर नहीं रखना चाहिए. दीपक को हमेशा साफ और स्वच्छ जगह पर रखना चाहिए.

🚩दीपक को जोर से हिलाना:- दीपक को कभी भी जोर से नहीं हिलाना चाहिए. दीपक को धीरे से और सावधानी से रखना चाहिए.

🚩दीपक को फेंकना:- दीपक को कभी भी फेंकना नहीं चाहिए. दीपक को हमेशा सम्मान के साथ रखना चाहिए.

             *🚩हरिऊँ🚩*