*देवभूमि न्यूज 24.इन*
राष्ट्रीय सेवक संघ और भाजपा के बीच रिश्तों में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसका कारण है भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर हो रही देरी। अब RSS ने साफ संदेश दे दिया है कि जल्द से जल्द नया अध्यक्ष चुना जाए अन्यथा पार्टी को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
RSS की बंगलुरु में आहूत प्रतिनिधि सभा की बैठक में पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को आमंत्रित नहीं किया गया है क्योंकि नड्डा का कार्यकाल दो साल पहले ही जनवरी 2023 में समाप्त हो चुका है लेकिन पार्टी उनका कार्यकाल बढ़ाती आ रही है। RSS चाहता है कि स्वतंत्र निर्णय लेने वाला और संगठन व सत्ता के बीच तालमेल बिठाने में सक्षम अध्यक्ष तुरंत बनाया जाए। इसके लिए कभी डैमेज कंट्रोलर रहे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह और मनोहर लाल खट्टर के नामों पर विचार किया जा सकता है लेकिन हो सकता है कि मध्यप्रदेश के सबसे बड़े भ्रष्ट पार्टी नेता की लॉटरी लग जाए।
एक सवाल उठता है कि क्या “एक हैं तो नेक हैं” और “बँटोगे तो कटोगे” जैसे नारों के जरिए हिंदुओं की एकजुटता का पृष्ठपोषक RSS इस बार भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी दलित या आदिवासी को बनाएगा? क्योंकि अब तक भाजपा ने ऐसा अवसर किसी भी दलित या आदिवासी को नहीं दिया है। भाजपा के गठन (1980) से लेकर अब तक उसके सभी अध्यक्ष उच्च जाति या ओबीसी समुदाय से रहे हैं। हालांकि, पार्टी ने कई दलित नेताओं को विभिन्न पदों पर रखा है और दलित समुदाय के नेताओं को राज्य स्तर पर महत्व दिया है, लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद अब तक किसी दलित या आदिवासी नेता को नहीं दिया है।
उधर, एक्स (ट्विटर) का एआइ चैटबॉट ग्रॉक मोदी की धज्जियां उड़ाते हुए पिछले 11 सालों के झूठ-कपट को थोक में ऐसी-ऐसी बातें बता रहा है जिन्हें गूगल और चैट-जीपीटी भी नहीं बता पाते।
एक्स पर लोगों ने खूब मजे ले-लेकर तरह-तरह के सवालों की झड़ी लगा रखी है और ग्रॉक दबी-ढकी सारी बातें बताते जा रहा है।
ऐसे में मोदी के पास सिर्फ एक ही विकल्प बचता है कि एलान मस्क के इस भूत का मुँह बंद कर दिया जाए लेकिन इससे अमेरिकी रंगा-बिल्ला की जोड़ी रुष्ट हो जाएगी।
मोदी की मुश्किल में फँसी जान, इधर जाए या उधर जाए!
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