स्वराज सत्याग्रह यात्रादूसरा संकल्प: कचरे के निपटारे के लिए आवाम को जागरूक करना

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देवभूमि न्यूज 24.इन


हम 2008 से स्वच्छता अभियान से जुड़े हैं और कांगड़ा जिला में लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक कर रहे हैं। पहले कांगड़ा को खुले में शौच मुक्त के लिए जागरूकता के लिए काम किया। और अब सॉलिड वेस्ट प्रबंधन के लिए काम कर रहे हैं। शहरों और ग्रामीण क्षेत्र में विशेषकर हिमाचल प्रदेश में कचरे का निपटारा बहुत आसान काम है शर्त है लोग जागरूक हों!,
हमारा नारा है:
“मेरा कचरा मेरी जिम्मेदारी”
कचरा यहां तैयार होता है वहीं पर इसे अलग अलग किया जाना होता है। ज्यादातर कचरा गलने सड़ने वाला ही होता है। इसे अलग कर घर के किसी एक किनारे में खड्डा निकाल कर इसमें डाला जाता है।

यह खुदमखुद कंपोस्ट यानी खाद बन जाएगा। और यदि थोड़ा सा ध्यान दें तो इससे केंचुआ खाद बनाया जा सकता है। हम ट्रेनिंग और केंचुआ फ्री देते हैं।
बाकी जो कचरा बचता है इसमें कुछ अलग कर दोबारा इस्तेमाल किया जाता है या फिर कबाड़ी को बेचा जाता है। अब केवल प्लास्टिक बचता है इसमें से भी ज्यादातर कबाड़ी को बेचा जाता है। केवल बहुत कम प्लास्टिक होता है जिसे लोग इधर उधर फेंकते हैं या फिर जलाते हैं। इससे पर्यावरण यानी हवा पानी मिट्टी दूषित होता है। और कैंसर जैसे घातक रोग का कारण बनते हैं। इस प्लास्टिक को इकट्ठा कर ऐसे उद्योग को दिया जाना है जो इसे प्रेस कर सीमेंट फैक्ट्री को भेजते हैं


ऐसा ही एक यूनिट फतेहपुर में हाड़ा पंचायत द्वारा स्थापित किया है। हमने बीड़ा उठाया है कि फतेहपुर ब्लॉक की 66 पंचायत में सभी नागरिकों से संपर्क कर पंचायत के माध्यम से इसे फतेहपुर पहुंचाया जाए। हम अपने आस पास की बरूना जगनोली हड़वाल बाड़ी मनोह सिहाल धमेटा लोहारा से प्लास्टिक इकट्ठा कर फतेहपुर पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।

सभी से निवेदन है कि किसी प्रकार की भी प्लास्टिक को इधर उधर न फेंके न ही जलाएं। इसे किसी बोरी में इकट्ठा करें और फतेहपुर जो इसे प्रेस करने की मशीन लगाई है वहां पहुंचाएं।
अपने गांव शहर को साफ सुथरा रखना हम सब का नैतिक दायत्व है। पर्यावरण यानी पानी हवा मिट्टी को भी स्वच्छ रखना हमारी सेहत और जीवन के लिए बहुत ही जरूरी है। अतः पर्यावरण सरंक्षण में अपना योगदान करें। हम सब का भला होगा बेहतरी होगी।

डॉ अशोक कुमार सोमल
स्वराज सत्याग्रही व पर्यावरण प्रेमी संविधान संकल्पित