सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से होता है दुखों का नाश

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सोमवार के उपाय: सफेद चंदन, धतूरा और गंगाजल के टोटके दूर करेंगे सारे दुख

देवभूमि न्यूज 24.इन

🪦हिंदू धर्म में सोमवार के दिन को बहुत पवित्र और भगवान शिव को समर्पित माना जाता है. इस दिन शिव जी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने से जीवन से दुखों का नाश होता है और सभी कष्ट दूर होते हैं. नौकरी से लेकर घर परिवार के सभी काम बनने लगते हैं. वहीं, सोमवार के उपाय कर शिव जी को अति प्रसन्न किया जा सकता है. आइए शिव जी से जुड़े सोमवार के उपाय जान लेते हैं.

📿सोमवार के उपाय
सोमवार को अगर मंदिर जाकर भगवान शिव के दर्शन करें तो इसके शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं. ऐसा करने से भोलेनाथ अति प्रसन्न होंगे.

सोमवार को मंदिर जाकर अगर महादेव को अति प्रिय सामग्री बेलपत्र, भांग, धतूरा शिवलिंग पर अर्पित करें तो आर्थिक तंगी और जीवन के दुखों से मुक्ति मिल सकती है.

अगर मंदिर जाना संभव नहीं हो पा रहा है तो घर में ही शिव चालीसा या शिवाष्टक का पाठ करें. घर के मंदिर में शिव जी के सामने बैठकर पाठ करने से महादेव प्रसन्न होंगे.

सोमवार को अगर मंदिर जाएं, वहां शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करें तो लाभ होगा. बेलपत्र अर्पित करने से पहले उस पर सफेद चंदन का टीका कर लें. दुखों का नाश होगा. इसके बाद महादेव के शिवलिंग स्वरूप को जल अर्पित करें. इस उपाय को करने से भगवान प्रसन्ने होकर व्यापार में वृद्धि का वरदान देंगे.

सोमवार को मंदिर में शिवलिंग पर अभिषेक करें. इसके लिए तांबे के बर्तन में जल लें और उसमें दूध व गंगाजल मिलाकर शिवजी को अर्पित करें, भगवान जल्दी प्रसन्न होंगे.

सोमवार के दिन मंदिर जाकर शिव का दूध से अभिषेक करें. इस दौरान शिव जी के मंत्र का जाप करें. मंत्र है- •’ॐ नमः शिवाय’

सोमवार को अगर भगवान शिव और माता पार्वती के साथ ही गणेशजी व भगवान कार्तिकेय की भी पूरे मन से आराधना करेंगे तो परिवार में सुख का संचार होगा.

📿इतना ही नहीं, मान्यता है कि भगवान शिव भक्तों से तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं, तभी तो उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है. ऐसे में अगर थोड़े प्रयासों वाले उपाय भी सोमवार को करें तो भोलेबाबा प्रसन्न होते हैं. घर में कलह-क्लेश बना रहता है तो सोमवार का व्रत रखने से लाभ होता है. आर्थिक परेशानी दूर होती है. शिवजी के नाम के व्रत का संकल्प करने से लाभ होता है.

   *♿ जय_महाकाल♿*