देवभूमि न्यूज 24.इन
🪦सोमवार व्रत कथा विधि में, नारद पुराण के अनुसार, सुबह स्नान कर शिव जी को जल और बेल पत्र चढ़ाएं, शिव-गौरी की पूजा करें, व्रत कथा सुनें और एक समय भोजन करें.
*♿सोमवार व्रत कथा विधि:
*📿प्रातः स्नान:-*
सोमवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.
📿शिवजी को जल और बेल पत्र
शिव जी को जल चढ़ाएं और उन्हें बिल्व पत्र अर्पित करें.
📿शिव-गौरी की पूजा:-
शिव जी और माता पार्वती की विधिवत पूजा करें.
📿व्रत कथा:-
पूजा के बाद सोमवार व्रत कथा सुनें.
📿एक समय भोजन:-
दिन में केवल एक समय भोजन करें.
📿व्रत का समय:-
सोमवार का व्रत दिन के तीसरे पहर तक, यानी शाम तक रखा जाता है.
📿सोमवार व्रत के प्रकार:-
सोमवार व्रत तीन प्रकार के होते हैं – प्रति सोमवार व्रत, सौम्य प्रदोष व्रत और सोलह सोमवार का व्रत.
📿सोमवार व्रत कथा:-
एक साहूकार था जिसके पास धन-धान्य की कोई कमी नहीं थी, लेकिन उसकी कोई संतान नहीं थी.
वह हर सोमवार को व्रत रखता था और शिव जी की पूजा करता था.
एक दिन माता पार्वती ने शिव जी से साहूकार की मनोकामना पूर्ण करने का निवेदन किया.
शिव जी ने साहूकार को पुत्र-प्राप्ति का वरदान दिया, लेकिन बताया कि यह बालक 12 वर्ष तक ही जीवित रहेगा.
साहूकार ने पुत्र के लिए काशी में विद्या प्राप्त करने के लिए भेजा.
पुत्र की मृत्यु के बाद, साहूकार ने शिव जी से प्रार्थना की और शिव जी ने पुत्र को लंबी आयु प्रदान की.
📿सोमवार व्रत के नियम:-
व्रत वाले दिन सुबह देर तक न सोएं.
सुबह उठकर पवित्र स्नान करें, स्नान के पानी में गंगाजल जरूर मिलाएं.
साफ वस्त्र धारण करें.
इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें.
भगवान शिव के समक्ष व्रत का संकल्प लें.
एक वेदी पर भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित करें.
पंचामृत से भोलेनाथ का अभिषेक करें.
व्रत के दौरान फलाहार करें.
व्रत खोलने के लिए साबूदाने की खिचड़ी या खीर खा सकते हैं.
व्रत में सिर्फ सेंधा नमक ही इस्तेमाल करें.
*♿ जय_महाकाल♿*