भगवान परशुराम की जन्मस्थली कांडो हरयास में संस्कार शिक्षा के माध्यम से राम कथा का आयोजन

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देवभूमि न्यूज 24.इन


संगठन एकल विद्यालय अभियान, संभाग दक्षिण हिमाचल प्रदेश अंचल श्री रेणुका जी,संच चांदनी के भगवान परशुराम की जन्मस्थली ग्राम कांडो हरयास में हरि कथा प्रसार संस्कार शिक्षा के माध्यम से राम चरित मानस आधारित राम कथा का आयोजन किया गया। संगठन एकल विद्यालय अभियान पांच योजनाओं पर कार्य करता है प्राथमिक शिक्षा योजना, आरोग्य योजना, ग्राम विकास योजना, ग्राम उत्थान, स्वाभिमान जागरण शिक्षा, ग्राम स्वराज मंच वह संस्कार शिक्षा,


संस्कार शिक्षा के माध्यम से हर गांव में साप्ताहिक सत्संग होना, वर्ष में एक बार श्री राम रथ आयोजन रथ उत्सव होना, एक दिवसीय तीन दिवसीय पांच दिवसीय सात दिवसीय है श्री रामचरितमानस कथा होना। संस्कार शिक्षा के माध्यम से यह कार्य करना, हर गांव में हनुमान परिवार बनाना, व्यसन मुक्त, नशा मुक्त, बनाना यह कार्य संस्कार शिक्षा के माध्यम से बच्चों के अंदर लव कुश जैसे संस्कार डालना।
हर ग्राम विद्यालय में दिव्य ज्ञान, देशभक्ति गीत,अपने हिंदू सनातन संस्कृति के बारे मेंबताना, रोगों को आने से घरेलू उपचार के माध्यम से बीमारी का उपचार करना, रासायनिक खेती को छोड़कर जैविक खेती को बढ़ावा देना, हर घर में तुलसी का पौधा होना, लोहे की कढ़ाई में खाना बनाना, हर घर में सूखने गड्ढे कचरा गड्ढे होना, हर गांव में सफाई अभियान सफाई करना,प्रभात फेरी, सरकार किशन कल्याणकारी योजनाओं का हर व्यक्ति को लाभ दिलाना, बच्चों को खेल के माध्यम से खेलों को बढ़ावा देना इन सभी बहुत सारी बातों को कामों को लेकर एकल अभियान निरंतर कार्य कर रहा है।


अपने भारतीय हिंदू सनातन संस्कृति को बचाए,जगाए रखना, समाज में सामाजिक समाज जागरण का कार्य करना, अपने भारत को परम वेभव तक पहुंचने, भारत मां को विश्व गुरु बनाना, भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना।
हिंदुत्व प्रथम इस विचारधारा को लेकर चलना, हम भारतीय हिन्दू का एक परिवार एक विचार।
इन सभी बातों की जानकारी एकल की योजनाएं, अंचल श्री रेणुका जी अंचल अभियान प्रमुख कन्याल रणदीप शर्मा खाजटा ने बताया इन सभी बातों के बारे में बताया जानकारी दी।


व्यास पीठ पर विराजमान व्यास कथाकार सुनीला ठाकुर, ने श्री राम चरित मानस कथा को सुनाया, इनके सहयोग के लिए संच,परीक्षक अनुराधा शर्मा, व्यास पारुल शर्मा, रथ योजना प्रमुख, रणदीप गूँजता जी स्थानीय ग्राम विद्यालय की आचार्य, ग्राम प्रमुख ग्राम समिति ग्रामवासी के सभी लोगों का मातृशक्ति का युवा साथी बुद्धिजीवी लोगों का सहयोग रहा।
कथा में भंडारा प्रतिदिन दो ढाई सौ लोक कथा में उपस्थित रहते थे और रात्रि में सत्संग होता था।