आज से शुरू होगा वैशाख का महीना,करें दान-पुण्य, मिलेगा विशेष लाभ

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देवभूमि न्यूज 24.इन

हिंदू कैलेंडर में वैशाख मास साल का दूसरा महीना होता है, जो कि चैत्र माह के बाद आता है. वैशाख का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व वाला माना गया है, जो कि सबसे पवित्र और शुभ महीनों में से एक है. इस माह में भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है वैशाख मास में पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं. इसे जगत के पालनहार भगवान विष्णु का प्रिय मास माना जाता है. इसका एक नाम माधव मास भी है और इसमें श्रीकृष्ण की पूजा करनी शुभ मानी जाती है।

इस साल वैशाख मास कब से कब तक?
वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 12 अप्रैल को सुबह 5:52 मिनट से शुरू होगी और इस तिथि का समाप्ति 14 अप्रैल को सुबह 8:25 मिनट पर होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, 13 अप्रैल से वैशाख माह की शुरुआत होगी।

वैशाख के महीने में क्या करना चाहिए?

वैशाख महीने में राहगीरों को जल पिलाना और प्याऊ लगवाना बहुत पुण्यदायी माना गया है. वैशाख महीने में पशु-पक्षियों को दाना-पानी रखना भी शुभ माना जाता है. साथ ही, इस महीने में जल का दान महादान माना गया है.


वैशाख के महीने में इन कार्यों को करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. वैशाख महीने में फल का दान भी करना चाहिए. इसके अलावा, वैशाख मास में जूते-चप्पल, छाते, मटके, शरबत का दान भी करना चाहिए।

वैशाख माह का संबंध विशाखा नक्षत्र से माना गया है, इसलिए इस महीने को वैशाख के नाम से जानते हैं. वैशाखा नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति देव हैं. यही वजह है इस महीने में स्नान-दान, व्रत और पूजा-पाठ करना बहुत शुभ माना गया है. धार्मिक मान्यता है वैशाख महीने में दान पुण्य करने का विशेष लाभ मिलता है।