देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश-सिरमौर
कार्तिकेय तोमर-शिलाई
सिरमौर जिला के उपमंडल मुख्यालय शिलाई में आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी खोलने की मांग जोर पकड़ती जा रही है शिलाई में लंबे समय से चली आ रही मांग के बावजूद भीआज तक कोई आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी नही खुल पाई है जबकि शिलाई उपमंडल के विभिन्न गावो में दशकों पूर्व आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियां खोली गई है शिलाई की जनता को आयुवेर्दिक पद्धति से उपचार करवाने के लिए टिम्बी शिरी-क्यारी या बाली-कोटी आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियों में जाना पड़ता है पिछले चार सड़को से चली आ रही मांग पर प्रदेश में आती-जाती रही सरकारे भी मूकदर्शक बनी रही शिलाई ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान जेएस तोमर ने इस सम्बंध में बताया कि उन्होंने एक बार आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी की मांग को प्रशासन व जिला आयुर्वेदिक अधिकारी सिरमौर के संज्ञान में लाई जिसके बाद जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ने शिलाई ग्राम पंचायत को डिस्पेंसरी भवन निर्माण के लिए पांच विश्वा जमीन उपलब्ध करवाने के लिए एक पत्र भी लिखा लेकिन

ग्राम पंचायत ने इस सम्बंध में डिस्पेंसरी के लिए जमीन उपलब्ध करवाना तो दूर की बात मगर विभागीय पत्र का भी कोई जवाब नही दिया
अन्ना हजारे समर्थक खतर सिंह बिरसांटा,विनोद शर्मा,भगत सिंह ,सूरत सिंह,दलीप सिंह,इंदर सिंह,चतर सिंह,बली राम भूप सिंह,रमेश चंद,नरेश कुमार,बलबीर सिंह व अन्यो ने बताया कि शिलाई गांव में सबसे पहले प्राथमिक उप स्वास्थ्य खुला जोआपग्रेड होकर अब सिविल अस्पताल बन गया है लेकिन आयुर्वेद पद्धति से उपचार करवाने वाले मरीजों को शिलाई में आज तक आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी नही खुल पाई है प्रशासनिक अधिकारियों व भाजपा कांग्रेस के नेताओ को चाहिए कि यदि ग्राम पंचायत शिलाई आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी के लिए भूमि उपलब्ध नही करवा पा रही है तो सिविल अस्पताल परिसर में आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी का निर्माण करवाया जाए जिससे शिलाई की जनता को आयुर्वेद उपचार मिल सके