देवभूमि न्यूज 24.इन
हर साल 4 मई को वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस मनाया जाता है। यह दिवस अग्निशामकों के साहस और बलिदान को याद करने, उनके योगदान को मान्यता देने, अग्नि सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनसे बचने के उपायों के बारे में शिक्षित करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह दिवस सरकारों और संगठनों को अग्निशमन सेवाओं को बेहतर बनाने और अग्निशामकों को बेहतर प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस 1992 में अंतर्राष्ट्रीय अग्निशामक संगठन (CTIF) द्वारा स्थापित किया गया था। वहीं पहली बार यह दिवस 4 मई 1999 को मनाया गया था। यह दिवस 4 मई को इसलिए मनाया जाता है क्योंकि यह दिन सेंट फ्लोरियन डे के साथ भी मेल खाता है। बता दें कि सेंट फ्लोरियन रोमन साम्राज्य में अग्निशामकों के एक दल के कमांडर थे।उन्हें अग्निशामकों का संरक्षक संत माना जाता है क्योंकि उन्होंने वीरतापूर्वक कई लोगों की जान बचाई थी। इसी कड़ी में मई को अंतर्राष्ट्रीय अग्निशामक दिवस के रूप में मनाने का निर्णय सेंट फ्लोरियन के सम्मान में लिया गया था।

कैसे मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के साथ मनाया जाता है। इस दौरान अग्निशामक प्रदर्शन, जागरूकता शिविर और अग्निशामक अधिकारियों के लिए सम्मान समारोह आदि आयोजित किये जाते हैं। इसके अलावा अग्निशामक अक्सर स्कूलों, समुदायों और कार्यस्थलों में जागरूकता शिविर आयोजित करते हैं। ताकि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को आग से बचाव, आग बुझाने के तरीके और आपातकालीन योजनाओं के बारे में शिक्षित कर सके।
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशामक दिवस का महत्व क्या है?
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशामक दिवस अग्निशामकों की बहादुरी और बलिदान को प्रोत्साहित करने का एक विशेष दिन है। वे दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि अग्निशामक हमें सुरक्षित रखने में कितने बहादुर और निस्वार्थ हैं। यह दिन हमें अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने और अग्निशामकों को अपना काम अच्छी तरह से करने के लिए आवश्यक चीजें देकर उनकी मदद करने की याद दिलाता है।
राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9116089175