देवभूमि न्यूज नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश-सिरमौर
कार्तिकेय तोमर-शिलाई
सिरमौर जिला के उपमंडल शिलाई में क्षेत्र के शहीदों के नाम पर शहीद स्मारक व शहीदों के नाम से सरकारी संस्थानों का नामकरण करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है क्षेत्र के लोगो का कहना है कि दशकों से चली आ रही मांग पर सरकार की नजरें इनायत नही हुई है
किसी भी देश की सुरक्षा की बागडोर हमेशा देश के बहादुर सैनिकों के कन्धों पर रहतीं हैं,उसी प्रकार हमारे भारत देश के वीर सैनिकों पर हर भारतीय को फक्र रहता है,जिन्होंने समय-समय पर वीरता और शौर्य का परिचय दिया है
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के शिलाई विधानसभा क्षेत्र के वीर सैनिकों ने वीरता और शौर्य का समय समय पर बखूबी परिचय दिया है, वर्ष 2013 में शहीद हुए सैनिक शहीद श्याम सिंह जो 9 पैरा में भर्ती हुए थे, उन्होंने देश के लिए शहादत पाईं जो राष्ट्रीय स्तर के कबड्डी खिलाड़ी भी रहे हैं गिरिपार से अभी तक सात शहीदों ने शहादत पाईं है इन शहीदों मे शहीद कल्याण सिंह,शहीद प्रमोद सिंह,शहीद श्याम सिंह,शहीद भरत सिंह,शहीद अनिल कुमार,शहीद टीका राम,शहीद बलवीर सिंह,जिसमें से शहीद कल्याण सिंह के अलावा किसी भी शहीद के नाम कोई संस्थान या कोई शहीद स्मारक नहीं बनाया गया है,जिन संस्थान का नाम करने से युवाओं एवं समाज में उनकी यादें एवं वीरता की शौर्य गाथाएं हमेशा जनता एवं युवाओं में स्मरण एवं प्रेरणा मिलती रहती शिलाई क्षेत्र में अभी तक सरकार की ओर से शहीद स्मारक नहीं बन पा रहे है शहीद श्याम सिंह के नाम से बांदली स्कूल परिसर में स्मारक बना है वह भी शहीद के परिवारजनों ने अपने निजी खर्च से निर्माण करवाया है। ताकि उनकी अनमोल यादें हमेशा इस स्मारक से जुड़ी रहें। शहीद के परिजनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन और सरकार से अनेकों बार शहीदों के स्मारक बनाने का आग्रह किया

परन्तु अभी तक किसी भी संस्थान एवं शहीद स्मारकों का निर्माण नहीं हो सका है जिन बहादुर सैनिकों एवं शहीद सैनिकों के वजह से हम आप चैन की नींद सोते हैं, और हमेशा अपने देश को महफूज रखते हैं उनकी याद में किसी संस्थान एवं स्मारकों को बनाने में आखिर क्यों दशकों का समय लग जाता है,इस बात को सुनिश्चित करने के लिए सरकार एवं प्रशासन को जरुर सोचना एवं चिन्तन करने की आवश्यकता है, समय समय पर शहीद के परिजनों द्वारा सामूहिक रूप से भी मांग एवं आग्रह किया जाता है
इस गभीर और चिंतनीय विषय पर स्थानीय विधायक एवं हिमाचल प्रदेश सरकार में उद्योग संसदीय कार्य मंत्री ठाकुर हर्षवर्धन चौहान और स्थानीय पूर्व विधायक बलदेव सिंह तोमर को राजनीति से ऊपर उठकर शिलाई क्षेत्र में जल्द से जल्द एक सामुहिक रूप से शहीद हुए सैनिकों के लिए सुन्दर एवं विशाल शहीद स्मारक का निर्माण करवाया जाए
शिलाई गांव के शहीद प्रमोद नेगी ने कम उम्र में ही देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर किया तथा वर्ष 2023 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे शहीद प्रमोद नेगी का जन्मदिन भी पंद्रह अगस्त को ही आता है,जिस दिन देश आजाद हुआ था,परन्तु शहीद प्रमोद नेगी के शहादत के दो वर्ष बाद भी शिलाई के किसी भी संस्थान का नाम प्रमोद नेगी के नाम से नहीं किया गया है।
क्षेत्र के दर्जनों युवा, शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और जनता ने पुनः सरकार से शिलाई में शहीद स्मारक निर्माण की मांग दोहराई है