*देवभूमि न्यूज 24.इन*
⭕ज्येष्ठ मास के व्रत: ज्येष्ठ के महीने में पवित्र नदियों में स्नान तथा धार्मिक देवस्थान के दर्शन का बहुत महत्व बताया गया है। इसके साथ ही स्नान के पश्चात दान देना भी बहुत जरूरी है। गंगा या और किसी पवित्र नदी में इस दिन प्रात: काल डुबकी लगाने से पापों से मुक्ति मिलती है। आइए यहां जानते हैं जेठ मास में पड़नेवाले त्योहार से मिलने वाले लाभ के बारे में…
⚜️ज्येष्ठ माह के प्रमुख व्रत और त्योहार
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🚩1. बड़ा मंगल:- यह दिन विशेष रूप से हनुमान जी की पूजा के लिए समर्पित होता है। सिंदूर और चमेली के तेल से हनुमान जी को चोला चढ़ाना इस दिन की मुख्य पूजा विधि है।
- लाभ:-
यह व्रत मानसिक और शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है, साथ ही संकटों से मुक्ति दिलाता है।
🚩2. निर्जला एकादशी:- निर्जला एकादशी सबसे कठिन एकादशी मानी जाती है, क्योंकि इस दिन व्रति को बिना जल के उपवासी रहना होता है।

- लाभ:-
शरीर में उर्जा और ताजगी बनी रहती है, साथ ही पापों से मुक्ति मिलती है।
🚩3. गंगा दशहरा:- यह दिन गंगा नदी के धरती पर आगमन का प्रतीक है। इस दिन विशेष रूप से गंगा स्नान तथा मां गंगा का पूजन-अर्चन किया जाता है।
- लाभ:-
यह पापों के नाश और जीवन में शांति लाता है।
🚩4. वट सावित्री व्रत:- इस व्रत को पतिव्रता महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं। देवी सावित्री ने अपने पति के प्राण यमराज से वापस लिए थे। अत: वट सावित्री अमावस्या और पूर्णिमा दो तिथि पर पर्व मनाया जाता है।
- लाभ:-
यह व्रत घर में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।
*🚩हरिऊँ🚩* 🙏🏻🙏🏻🙏🏻