बुधवार को करें भगवान गणेश के 12 नामों का पाठ कभी खाली नहींहोगी तिजोरी

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देवभूमि न्यूज 24.इन


⭕भारतवर्ष में धर्म, आस्था और पूजा-पाठ का विशेष महत्त्व रहा है। हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित होता है और उस दिन उनके पूजन का विशेष फल प्राप्त होता है। बुधवार को भगवान गणेश की उपासना का विशेष महत्व है।

मान्यता है कि यदि कोई श्रद्धालु पूरे भाव और नियम से बुधवार को श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र का पाठ करता है और साथ ही कुछ विशेष उपायों को अपनाता है, तो उसके जीवन से आर्थिक तंगी समाप्त हो जाती है और तिजोरी सदा धन से भरी रहती है।यह केवल आस्था की बात नहीं, बल्कि मानसिक शक्ति, सकारात्मक ऊर्जा और विश्वास का भी विषय है। धार्मिक ग्रंथों और पुराणों में भी गणपति जी को ‘विघ्नहर्ता’ और ‘संकटमोचन’ कहा गया है। उनके 12 नामों का विशेष महत्त्व है, जिनका स्मरण करके व्यक्ति हर प्रकार की परेशानी से बाहर निकल सकता है।

⚜️क्यों करें बुधवार को ये पाठ?
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बुधवार को बुद्ध ग्रह का दिन माना जाता है, जो बुद्धिमत्ता, संवाद, व्यापार और वित्त से जुड़ा हुआ है। भगवान गणेश को भी ‘बुद्धिदाता’ कहा गया है। इस कारण बुधवार को गणेश जी की विशेष पूजा करने से धन-संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र का पाठ इस दिन करने से बुद्ध ग्रह प्रसन्न होता है और कुंडली में उसकी स्थिति सुधरती है।

⚜️पाठ के साथ कौन से उपाय करें?
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यदि आप चाहते हैं कि आपकी तिजोरी कभी खाली न हो, और आपके घर में सदैव लक्ष्मी का वास बना रहे, तो श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र के साथ इन उपायों को आज़माएं:-

🚩बुधवार को पीले वस्त्र धारण करें- यह बुद्ध ग्रह का रंग है, इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें – गणेश जी को दूर्वा (हरी घास की तीन पत्तियाँ) अति प्रिय हैं। 21 दूर्वा अर्पण करें और हर एक पर •”ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।

🚩मोदक का भोग लगाएं- मोदक भगवान गणेश का प्रिय भोग है। इससे वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं।

🚩ताम्बे के सिक्के तिजोरी में रखें- 5 तांबे के सिक्कों को लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें और गणपति से समृद्धि की प्रार्थना करें।

🚩गणेश जी के चित्र में दक्षिण की ओर देखते हुए दीपक जलाएं- यह दिशा धन और सिद्धि की मानी जाती है।

⚜️मानसिक और आध्यात्मिक लाभ
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इस पाठ और उपायों को नियमित करने से व्यक्ति के मन में सकारात्मकता आती है। मानसिक शांति मिलती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। आत्मबल और निर्णय क्षमता बढ़ती है। घर-परिवार में भी शांति और सामंजस्य बना रहता है।

⚜️अनुभव क्या कहते हैं?
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राजस्थान के झुंझुनूं जिले की पूजा शर्मा बताती हैं, “मैंने श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र का पाठ लॉकडाउन के समय शुरू किया था। शुरू में सिर्फ मानसिक शांति के लिए करती थी, लेकिन धीरे-धीरे हमारे कारोबार में सुधार हुआ और घर में स्थिरता आई।”इसी प्रकार, जयपुर के व्यापारी सुरेश अग्रवाल कहते हैं, “हर बुधवार नियमित रूप से पाठ और गणेश जी की पूजा से ऐसा लगने लगा कि जैसे कोई शक्ति रास्ते के विघ्न खुद-ब-खुद हटा रही है।”

🟥निष्कर्ष
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भक्ति और श्रद्धा से किए गए छोटे-छोटे उपाय जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं। श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र न केवल धार्मिक पाठ है, बल्कि यह एक प्रकार की सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है। यदि इसे सही भावना और विधि से किया जाए, तो न केवल आर्थिक स्थिति में सुधार आता है, बल्कि मानसिक और पारिवारिक शांति भी प्राप्त होती है।हर बुधवार यदि आप इस पाठ के साथ थोड़े से नियम, अनुशासन और विश्वास को जोड़ लें, तो आपकी तिजोरी ही नहीं, जीवन भी समृद्धि से भर जाएगा।

🚩ऊँश्रीगणेशाय_नम:🚩