*देवभूमि न्यूज 24.इन*
मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को भड़काने का झूठा आरोप लगाकर दर्ज करवाई गई पत्रकार अविनाश विद्रोही के खिलाफ एफआईआर को पुलिस द्वारा निरस्त कर दिया जाना चाहिए।
क्रबिस्तान मामलें पर समाचार लिखने पर पत्रकार पर मामला दर्ज किया गया है।विधानसभा गगरेट के गाँव दियोली में सरकारी भूमि का करीब 15 कनाल कब्रिस्तान को देने का स्थानीय लोग विरोध कर रहे है । इस मामलें पर स्थानीय ही गाँव के पत्रकार अविनाश विद्रोही लगातार दोनों पक्षों के समाचारों को अपने समाचार में प्रेषित कर रहे थे । मुस्लिम पक्ष के रफीक अहमद ने एसपी ऊना को एक शिकायत पत्र दिया जिसमें पत्रकार पर आरोप लगाया गया की पत्रकार ने हिन्दू समुदाय को मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काया और धमकाया की हम यहां से क्रबिस्तान ही उखाड़ देंगे । इसमें आरोप लगाया गया की इंटरनेट मीडिया से भी भड़काने वाले संदेश प्रसारित किए गए । जिस से मुस्लिम समुदाय की भावनाएं भड़की । पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है । एसपी ऊना अमित यादव ने मामलें की पुष्टि करते हुए बताया कि मुस्लिम समुदाय रफीक अहमद की शिकायत आई थी उसपर पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है ।

पत्रकार के खिलाफ हिन्दू संगठनों व प्रेस क्लब ने गहरा रोष जताया है।
पत्रकार अविनाश विद्रोही के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने प्रेस क्लब ऊना अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा , राजीव भनोट , विशाल सियाल , विशाल शांडिल्य , अमित शर्मा ,प्रेस क्लब अम्ब , नेशनल यूनियन ऑफ जॉर्नलिस्ट हिमाचल के अध्यक्ष रणेश राणा , ज़िला अध्यक्ष भारत भूषण ने पुलिस प्रशासन की कड़ी निंदा की है और पुलिस को तत्काल एफआईआर वापिस करने के लिए कहा है अन्यथा पुलिस प्रशासन का घेराव किया जाएगा । इस बारे आरटीआई एक्टिविस्ट एवं स्वतंत्र सोशल मिडिया पत्रकार राजीव शर्मन ने भी पत्रकार अविनाश विद्रोही के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर अनाधिकार हमला बतलाते हुए इसकी तीव्र भर्त्सना की है।