टिक्कर गावँ के समीप ब्लास्टिंग से स्कूल भवन को खतरा
देवभूमि न्यूज 24.इन
सिरमौर जिला के शिलाई-पावंटा नेशनल हाइवे पर हो रही अवैध ब्लास्टिंग के चलते ग्रामीणों ने शिलाई के एसडीएम से अवैध ब्लास्टिंग पर रोक लगाने की मांग की है शिलाई से तीन किलोमीटर दूर टिक्कर में एन एच-707 के फेज-3 में कार्य कर रही कम्पनी एचईएस इंफ्रा कम्पनी द्वारा सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है यहां कम्पनी द्वारा सड़क की मेनुवली कटिंग न करके ब्लास्टिंग कर रही है जिसमे होल की संख्या 100 से भी अधिक है जिसमे लगभग 2000 जिलेटिन की छड़ो का प्रयोग किया जा रहा है

सड़क के साथ ही प्राथमिक विद्यालय टिक्कर का भवन भी बना है जिससे स्कूल भवन को खतरा पैदा हो गया है साथ ही सड़क के निचले साइड मलवे से सैकड़ो बीघा जमीन व हजारों पेड़ नष्ट हो जाएंगे
एसडीएम को दी गई शिकायत में समाजसेवी नाथूराम चौहान व ग्रामीणों ने कहा है कि यह क्षेत्र भूकम्प के लिए भी अति संवेदनशील है अतः सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी ब्लास्टिंग को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है वावजूद उसके भी कम्पनी जिलेटीन का प्रयोग कर रही है
इसी संदर्भ में प्रभारी प्राथमिक विद्यालय टिककर ने भी एक पत्र के माध्यम से एसडीएम को अवगत कराया है कि सड़क व स्कूल भवन के बीच 10 -15 मीटर का फासला है अवैध ब्लास्टिंग से स्कूल भवन को खतरा हो गया है इसमे उचित कार्यवाही की जाने की मांग की है
एन एच 707 ग्रीन कॉरिडोर पर हो रही अवैध ब्लास्टिंग पर पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवी नाथूराम चौहान ने सख्त नाराजगी व्यक्त की है तथा बताया कि कंट्रोल ब्लास्टिंग के नाम पर पहाड़ो को खोखला किया जा रहा है अवैध ब्लास्टिंग से जहां पेड़ पौधों,जमीनों व पानी के स्रोतों को भारी नुकसान हो रहा है वही भूकम्प के समय यह पहाड़ धराशाही होकर गिर जाएंगे
उधर गुम्मा,रोहाना,फेडीज क्षेत्र के लोगो का कहना है

कि नेशनल हाइवे 707 के द्वारा दिए गए घाव अब 4साल बाद भी भरने की जगह नासूर बन चुके है, लोगो की सेकड़ो बीघा जमीन व मकान धराशाई हो चुके है लोह खून के आंसू रोने क़ो त्यार है पर उनके आंसू पोछे कौन जहाँ कम्पनी अवैध डंपिंग अवैध ब्लास्टिंग कर के करोडो रुपए कमा गयी वही पर लोगो से उनके पुशतेनी मकान व जमीन भी छिन गई है लोग अपने घर मकान छोड़ कर पलायन करने क़ो मजबूर है बात N. H707 मीन्स से फेडिस तक की कर रहे है जहाँ प्रशाशन मुगदर्शक बना हुआ है लोगो ने मांग की है की यहाँ पर हाई पावर कमेटी भेज कर लोगो क़ो हुए नुकसान का भुगतान किया जाये व जो मकान और जमीन ब्लास्टिंग की वजह से क्षतिग्रस्त हुए है उनका आकलन कर के रिपोर्ट बनाई जाए व नुकसान क़ो और अधिक बढ़ने से रोका जाए