शिलाई क्षेत्र में एन एच 707 में कार्यरत कंपनियों ने अवैध डंपिंग,ब्लास्टिंग से लोगो का किया जीना हराम

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देवभूमि न्यूज 24.इन


सिरमौर जिला के एन एच 707 नेशनल हाइवे पर कार्यरत कम्पनियों के कार्यप्रणालियों यह कहावत सिद्ध हो रही है कि ज्यों-ज्यों दवा की मर्ज बढ़ता ही गया
पावंटा-शिलाई-फेडीज एन एच 707 नेशनल हाइवे के चौड़ा करण में कार्यरत कम्पनियों ने जनता के विरोध करने के वावजूद भी शिलाई क्षेत्र में अवैध डंपिंग,अवैध ब्लास्टिंग से जहां किसानों की जमीनों को बर्बाद कर दिया है वहीं अवैध मलवा डंपिंग से पानी के स्त्रोत समाप्त हो गए है लोगो की बेशकीमती जमीन बर्बाद हो गई है जनता अधिकारियों,नेताओ के आगे अपनी समस्याओं को लेकर गिड़गिड़ाते रहे है मगर कम्पनियों की मनमानी पर रोक नही लग पाई है


शिलाई के पर्यावरण विद व समाजसेवी नाथू राम चौहान ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि क्या एन एच 707 के निर्माण मे लगी कम्पनियां माननीय सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल से भी ऊपर है, लगता तो यही है क्यों कि इन कम्पनियो के आगे सारे नियम कानून बोने साबित हो रहें है, ना तो अवैध ब्लास्टिंग रुकी ना अवैध डंपिग और न ही अवैध कटिंग और नदियों नालो मे फेका गया मलबा उठा जिससे लोगो की सिंचाई कुहले, कुंए,बावडियां व जल स्रोत ठीक हुए लोगो क़ो अब भी रोज अवैध डंपिग कटिंग व ब्लास्टिंग के खिलाफ रोड़ पर उतरना पड़ रहा है, पूरा एन एच 707 भ्र्ष्टाचार की भेट चढ़ा है लगता है कि सारे नियम कानून कम्पनी वालो के लिए ही बने है, लोग जाए तो जाए कहां. जब छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा अधिकारी व नेता सब कम्पनी वालो की आवभगत मे लगे है
आने वाले समय मे ये लोगो के लिए नासूर बन जाएगा खेती योग्य भूमि बर्बाद हो गई है लोगो क़ो पलायन करने पर मजबूर होना पड़ेगा क्यों की पानी तो अभी से ही मिलना मुश्किल हो गया है