*देवभूमि न्यूज 24.इन*
संकट मोचन श्री हनुमान जी की साधना के लिए मंगलवार का दिन बहुत ही शुभ माना गया है लेकिन ज्येष्ठ मास में इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। बड़ा मंगल कहलाने वाले इस पावन पर्व पर बजरंगबली की पूजा का सरल उपाय और जरूरी नियम जानने के लिए जरूर पढ़ें ये पूरा लेख-
हिंदू धर्म में श्री हनुमान की उपासना मंगल ही मंगल करने वाली मानी गई है। मान्यता है कि हनुमत कृपा से साधक के जीवन से जुड़े सारे कष्ट पलक झपकते ही दूर हो जाते हैं। ऐसे संकट मोचन हनुमान जी की पूजा के लिए मंगलवार का दिन अत्यंत ही शुभ और शीघ्र फलदायी माना गया है। मंगलवार का यह दिन तब और भी ज्यादा शुभ हो जाता है। जब यह ज्येष्ठ मास में पड़ता है और ‘बड़ा मंगल‘ अथवा ‘बुढ़वा मंगल‘ के नाम से जाना जाता है। ज्येष्ठ मास का तीसरा बड़ा मंगल आज यानी 3 मई 2025 को पड़ने जा रहा है। आइए जानें, इस महापर्व पर महावीर बजरंगी की पूजा का सरल उपाय और उससे जुड़े जरूरी नियमों को विस्तार से-
बड़ा मंगल पर इस विधि से करें हनुमत साधना

बड़ा मंगल के पावन पर्व पर दक्षिणमुखी हनुमान जी की साधना करने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि श्री हनुमान जी ने अपनी शक्तियों का सबसे ज्यादा प्रदर्शन दक्षिण दिशा की ओर किया था, ऐसे में इस दिशा की ओर मुख करके हनुमत उपासना करने पर साधक की बड़ी से बड़ी मनोकामना शीघ्र ही पूरी होती है।
बड़ा मंगल के महापर्व पर रुद्रावतार माने जाने वाले श्री हनुमान जी को लाल रंग के पुष्प, लाल रंग के वस्त्र चढ़ाएं और उनकी साधना लाल रंग के ऊनी आसन पर ही बैठकर करें।
बड़ा मंगल के पावन पर्व पर हनुमत कृपा पाने के लिए उनकी पूजा में सिंदूर का चोला और शुद्ध घी से बना हुआ प्रसाद जरूर चढ़ाएं। इसी प्रकार उनकी पूजा में शुद्ध घी का ही दीपक जलाएं।
बड़ा मंगल पर श्री हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए उनके गुणों का गान करने वाली चालीसा हनुमानाष्टक, बजरंग बाण के अलावा आप सुंदरकांड का विशेष पाठ कर सकते हैं। बड़ा मंगल पर मनोकामना विशेष को पूरा करने के लिए हनुमान चालीसा का कम से कम सात बार पाठ अवश्य करें।
अमंगल से बचने के लिए रखें इन नियमों का ध्यान
संकट मोचन हनुमान जी से मनचाहा वरदान पाने के लिए साधक को बड़ा मंगल के दिन पूरी तरह से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और तामसिक चीजों का बिल्कुल प्रयोग नहीं करना चाहिए।
बजरंगी हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा में उनकी प्रिय और अप्रिय चीजों का हमेशा ख्याल रखना चाहिए जैसे हनुमान जी की पूजा में भूलकर भी चरणामृत नहीं चढ़ाना चाहिए।
यदि आप चाहते हैं कि आपकी हनुमत साधना शीघ्र ही सफल हो तो आप उनकी पूजा में साफ-सफाई और पवित्रता का विशेष ख्याल रखें।
बजरंगी की साधना हमेशा तन और मन से पवित्र होकर करें।
श्री हनुमान जी की साधना कोई भी व्यक्ति कभी भी कर सकता है लेकिन महिलाओं के लिए कुछ जरूरी नियम बनाए गए हैं जैसे
हनुमत साधना करते समय स्त्रियों को उनकी मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए।