देवभूमि न्यूज 24.इन(1)
. आम…
- 25 ग्राम आम के नर्म – नर्म पत्ते पीसकर, एक गिलास पानी में उबाल लें।
जब पानी आधा रह जाएं,
तो छानकर गर्म गर्म सेवन कराएं।
(2). नींबू…
- गर्म पानी में , नमक और नींबू का रस मिलाकर सेवन कराएं।
जब तक उल्टी होती रहे पिलाते रहे।
पेट स्वच्छ हो जाएगा। - हैजे के दिनों में, नींबू का अचार का सेवन करने से, हैजे का रोग – संक्रमण घटता है।
- नित्य नींबू का सेवन से, हैजे से बचाव होता है व पित्त का शमन होता है।
- नींबू , प्याज का रस, चीनी और पानी मिलाकर पीने से हैजे में लाभ होता है।
- नींबू को गर्म करके, चीनी मिलाकर चूसने से, जी मिचलाना व हैजा दूर होता है।
- नींबू रस एक भाग, हरा पोदीना और प्याज कारस आधा आधा भाग मिलाकर, सेवन करें।
हैजे के कीटाणु अम्लीय (खट्टे) पदार्थों के सेवन से नष्ट होते है।
(3). करेला…
- चौथाई कप करेले का रस, इतनी मात्रा में पानी और स्वादानुसार नमक मिलाकर, बार – बार सेवन करने से, हैजे में लाभ होता है।
(4). राई…
- अधिक उल्टी व दस्त होने व बाँयटे आने पर, अंगों में स्थिलता होने पर, राई का लेप बहुत लाभ देता है।
ये लेप पेट पर करना चाहिए।
(5). लौंग….
- लौंग का पानी बनाकर देने से, प्यास और उल्टी कम होकर मूत्र आता है।
(6). हींग…
- थोड़ी सी हींग, एक कप पानी में घोलकर, सेवन करने से, हैजा के किटाणु मर जाते है।
घर से मक्खी, मच्छर भगाने के लिए, आग पर हींग डालकर धूआं फैलाएं।
