देवभूमि न्यूज 24.इन
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के दो विद्वानों, डा. पुष्पलता शर्मा और डा. अजीत कुमार ने अपने अनुसंधान कार्य ‘नैनोफ्लुइड सस्पेंशन की तैयारी के लिए हाई स्पीड होमोजेनाइजऱ’ पर भारतीय डिजाइन पेटेंट प्राप्त किया है। यह आविष्कार विभिन्न क्षेत्रों में थर्मल प्रबंधन को प्रभावी बनाने में मदद करेगा, जैसे कि हीट ट्रांसफर सिस्टम्स, इलेक्ट्रॉनिक्स कूलिंग, फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री और चिकित्सा क्षेत्र।
डा. पुष्पलता शर्मा और डा. अजीत कुमार की उपलब्धि:
- भारतीय डिजाइन पेटेंट: दोनों विद्वानों को उनके अनुसंधान कार्य पर भारतीय डिजाइन पेटेंट प्राप्त हुआ है।
- नवाचारी योगदान: यह आविष्कार एक अत्यंत नवाचारी और दूरदर्शी योगदान है जो विभिन्न क्षेत्रों में थर्मल प्रबंधन को प्रभावी बनाता है।
डा. पुष्पलता शर्मा की प्रोफाइल:
- शिक्षा: पीएचडी, एमफिल और एमएससी की उपाधियां हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से प्राप्त की हैं।
- शोध: नैनोफ्लूड्स में स्थायित्व विश्लेषण, हाइड्रोडायनामिक एवं मैग्नेटोहाइड्रोडायनामिक प्रवाह, संख्यात्मक विश्लेषण एवं ठोस यांत्रिकी पर शोध किया है।
- शोध पत्र: अब तक 55 से अधिक शोध पत्र प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय जर्नलों में प्रकाशित कर चुकी हैं।
डा. अजीत कुमार की प्रोफाइल:
- शिक्षा: पीएचडी शोध कार्य डा. पुष्पलता शर्मा के मार्गदर्शन में पूर्ण किया।
- शोध पत्र: अब तक 12 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।
कुलपति की बधाई:
- हार्दिक बधाई: कुलपति प्रो. महावीर सिंह ने दोनों शोधकर्ताओं को उनकी इस उपलब्धि और निरंतर प्रगति के लिए हार्दिक बधाई दी।