देवभूमि न्यूज 24.इन
आषाढ़ अमावस्या धार्मिक दृष्टि से बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह हर साल कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। आषाढ़ अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस बार आषाढ़ माह की अमावस्या आज 25 जून को मनाई जाएगी। इस पवित्र अवसर पर भगवान विष्णु और पितरों की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इस दौरान पूर्वज पितृ लोक से पृथ्वी पर आते हैं और पिंडदान, श्राद्ध कर्म किए जाने पर अपने वंश को आशीर्वाद देते हैं। इस दिन कुछ उपाय करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। तो आइए जानते हैं कि आषाढ़ अमावस्या के दिन कौन से उपाय किए जाने
पितृ दोष से मुक्ति के लिए उपाय

आषाढ़ अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पितरों का तर्पण करें। साथ ही इस दिन अपनी क्षमतानुसार गरीबों या ब्राह्मणों को वस्त्र, अन्न आदि का दान करें। ऐसा करने से पितृ दोष से छुटकारा पाया जा सकता है।
कालसर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए उपाय
कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए आषाढ़ अमावस्या के दिन नाग देवताओं की पूजा करना एक प्रभावी उपाय है। पूजा के लिए नाग देवताओं को दूध, फूल और पान अर्पित करें। इस उपाय को करने से कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है।
पितरों की आत्मा की शांति के लिए उपाय
इस दिन पितरों के नाम से पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और पितरों की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना करें। इस उपाय को करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। साथ ही धन संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं।