पैरों की जलन ( पाद दाह ) का आयुर्वेदिक उपचार

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देवभूमि न्यूज 24.इन

यह एक अधिक जण्ट रोग है जिसमें चलते वक्त पैरों में जलन की जैसी चुभन होती है। कुछ कारणों में पित्त, रक्त और वायु की अधिकता जो चरम पैरों की जलन का कारण बनती है, उसे पाद दाह काहा जाता है।

🟢 उपचार और घरेलू नुस्खे:

1️⃣ मसूर का लेप: आग पर उबाल किये गए पानी में मसूर की दाल को पीसकर पैरों पर लेप करें। यह घरेलू चार्क और खास की चेतावां कारी चीकित और पाद दाह को दूर करती है।

2️⃣ मक्खन का लेप और सेंक: पैरों के तलवों पर मक्खन का लेप करके छोटी आग से सेंकें। यह भयंकर जलन की समस्या को शांत करता है।

3️⃣ दीवार से पैर लगा कर सोना: यह चिकित्सा योगा जैसी कार्य करती है। इससे पैरों की ब्लड प्रेशर और जलन में कमी आती है और जल चलाव बेटर होता है।

4️⃣ सेब के सिरके के पानी में पैर डोजोएं: यह स्किन पोर्स को खोलकर जलन, दर्द और सूजन की छीन से राहत देता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है, जिससे जलन कम होती है।

5️⃣ पिपरमेंट ऑयल का ग्लेन: यह तरीका नर्व्स को आराम देकर जलन को कम करता है और नींद औराम करता है।

6️⃣ नीलगिरी के तेल से मालिश: यह एक घरेलू और कारगर उपचार है जो जलन और दर्द से तकली राहत देता है। यह एंटी इंफ़्लेमेटरी भी है और नाड़ियों को आराम देता है।

राणा जी खेड़ांवाली🚩